बैतूल। इमरजेंसी में कोरोना संक्रमित मरीज का कैसे इलाज करना है, इसके लिए जिला अस्पताल में सोमवार की शाम मॉकड्रिल किया गया, जिसमें आपात स्तिथि में डॉक्टर सही तरीके से कोरोना से निपटने के लिए काम कर सकें, इसकी रिहर्सल की गई.
मॉकड्रिल का मकसद डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण के संदिग्ध मरीज की आइसोलेशन वॉर्ड में शिफ्टिंग से लेकर संक्रमण तक निपटने के लिए तैयार करना था. इस दौरान सिविल सर्जन डॉक्टर प्रदीप धाकड़ ने कहा कि वर्तमान अभ्यास को शिक्षण के रूप में लिया गया है, ताकि प्रक्रिया को सही बनाया जा सके.
सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोना चीन से होकर दूसरे देशों तक पहुंच रहा है. जिसको देखते हुए MP स्वास्थ्य विभाग ने मॉकड्रिल करने का आदेश दिया है कि किस तरह संक्रमित मरीज को वॉर्ड में शिफ्ट करना है. अस्पताल में एक विशेष वार्ड बनाया गया है, डॉक्टरों की एक टीम बनाई गई है. साथ ही उनकी एक किट है जिसे पहनना है. जैसे ही कोई मरीज आता है तो सबसे पहले उसका ब्लड सैम्पल लिया जाएगा.