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रेप की शिकार नाबालिग के परिजनों से मिले अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य - बैतूर रेप केस

सोमवार को अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य प्रदीप अहिरवार बैतूल पहुंचे. इस दौरान उन्होंने रेप का शिकार हुई 13 साल की बच्ची के परिजनों से मुलाकात की और शासन-प्रशासन पर आरोप लगाए.

Scheduled Castes Commission
परिजनों से मिले अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य
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Published : Jan 25, 2021, 9:29 PM IST

Updated : Jan 25, 2021, 9:55 PM IST

बैतूल। अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य प्रदीप अहिरवार सोमवार को बैतूल दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने जिले में 13 साल की बच्ची के साथ हुए रेप के मामले को लेकर बच्ची के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में लगातर महिला उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे हैं. यह प्रदेश पर कलंक है. सरकार को इस कलंक को मिटाना चाहिए. तंत्र की नाकमी की वजह से ही महिला उत्पीड़न के मामले प्रदेश में लगातार बढ़ रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने शासन-प्रशासन पर आरोप लगाए.

परिजनों से मिले अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य

उन्होंने कहा कि बैतूल में दरिंदगी का शिकार हुई 13 साल की बच्ची का पूरा परिवार इस समय सहमा हुआ है. उसे पर्याप्त सुरक्षा की जरूरत है. यहां तक की दवा का खर्च भी परिवार पिछले तीन दिनों से उठा रहा है. सरकार को चाहिए कि अपराधियों को सजा मिलने में ज्यादा समय न लगे. लेकिन पुलिस का रवैया अपराधियों को लाभ देता है.

पढ़ें- कब्र से निकली नाबालिग रेप पीड़िता की टूटी हैं हड्डियां, बदन पर गहरे जख्म: डॉक्टर

पुलिस मजबूती से कोर्ट के सामने केस नहीं रख पाती, जिस वजह से आरोपी छूट जाते हैं. अगर पुलिस मुस्तैद रहेगी तो आरोपी छूट नहीं सकता. अगर ऐसे मामलों में सजा जल्दी मिलती है तो समझौता की संभावना न के बराबर हो जाती है.

जानें मामला

जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील में 18 जनवरी को एक मासूम के साथ पहले रेप किया गया. फिर मानवीयता की सीमाओं को लांघते हुए उसे नाले के पास जिंदा दफना दिया गया. इतने में भी जब दरिंदे का मन नहीं भरा तो मासूम को दफनाने के बाद उसने पीड़िता के ऊपर पत्थर और कांटे रख दिए. 13 साल की मासूम तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे नागपुर रेफर किया गया था.

खेत में मोटर बंद करने गई थी मासूम

पीड़िता के पिता ने बताया कि शाम को मासूम खेत में पानी की मोटर बंद करने गई थी. एक घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद भी जब वो नहीं लौटी, तो उसके परिजनों ने खोजबीन शुरू की. परिजनों ने देखा की किशोरी नाले के पास जिंदा दफनाई हुई मिली, किशोरी के ऊपर पत्थर और कांटे रखे हुए थे. जिसके बाद तुरंत मासूम को लेकर परिजन घोड़ाडोंगरी अस्पताल पहुंचे, जहां से उसे नागपुर रेफर कर दिया गया.

पड़ोसी ने दिया वारदात को अंजाम

मासूम पीड़िता के पिता ने बताया कि उसके साथ इस घिनौनी वारदात को उनके पड़ोसी ने ही अंजाम दिया है. पीड़िता आरोपी के बेटे के साथ पढ़ती है. आरोपी ने साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया है.

बैतूल। अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य प्रदीप अहिरवार सोमवार को बैतूल दौरे पर पहुंचे. जहां उन्होंने जिले में 13 साल की बच्ची के साथ हुए रेप के मामले को लेकर बच्ची के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में लगातर महिला उत्पीड़न के मामले बढ़ रहे हैं. यह प्रदेश पर कलंक है. सरकार को इस कलंक को मिटाना चाहिए. तंत्र की नाकमी की वजह से ही महिला उत्पीड़न के मामले प्रदेश में लगातार बढ़ रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने शासन-प्रशासन पर आरोप लगाए.

परिजनों से मिले अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य

उन्होंने कहा कि बैतूल में दरिंदगी का शिकार हुई 13 साल की बच्ची का पूरा परिवार इस समय सहमा हुआ है. उसे पर्याप्त सुरक्षा की जरूरत है. यहां तक की दवा का खर्च भी परिवार पिछले तीन दिनों से उठा रहा है. सरकार को चाहिए कि अपराधियों को सजा मिलने में ज्यादा समय न लगे. लेकिन पुलिस का रवैया अपराधियों को लाभ देता है.

पढ़ें- कब्र से निकली नाबालिग रेप पीड़िता की टूटी हैं हड्डियां, बदन पर गहरे जख्म: डॉक्टर

पुलिस मजबूती से कोर्ट के सामने केस नहीं रख पाती, जिस वजह से आरोपी छूट जाते हैं. अगर पुलिस मुस्तैद रहेगी तो आरोपी छूट नहीं सकता. अगर ऐसे मामलों में सजा जल्दी मिलती है तो समझौता की संभावना न के बराबर हो जाती है.

जानें मामला

जिले की घोड़ाडोंगरी तहसील में 18 जनवरी को एक मासूम के साथ पहले रेप किया गया. फिर मानवीयता की सीमाओं को लांघते हुए उसे नाले के पास जिंदा दफना दिया गया. इतने में भी जब दरिंदे का मन नहीं भरा तो मासूम को दफनाने के बाद उसने पीड़िता के ऊपर पत्थर और कांटे रख दिए. 13 साल की मासूम तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उसे नागपुर रेफर किया गया था.

खेत में मोटर बंद करने गई थी मासूम

पीड़िता के पिता ने बताया कि शाम को मासूम खेत में पानी की मोटर बंद करने गई थी. एक घंटे से ज्यादा समय बीतने के बाद भी जब वो नहीं लौटी, तो उसके परिजनों ने खोजबीन शुरू की. परिजनों ने देखा की किशोरी नाले के पास जिंदा दफनाई हुई मिली, किशोरी के ऊपर पत्थर और कांटे रखे हुए थे. जिसके बाद तुरंत मासूम को लेकर परिजन घोड़ाडोंगरी अस्पताल पहुंचे, जहां से उसे नागपुर रेफर कर दिया गया.

पड़ोसी ने दिया वारदात को अंजाम

मासूम पीड़िता के पिता ने बताया कि उसके साथ इस घिनौनी वारदात को उनके पड़ोसी ने ही अंजाम दिया है. पीड़िता आरोपी के बेटे के साथ पढ़ती है. आरोपी ने साजिश के तहत वारदात को अंजाम दिया है.

Last Updated : Jan 25, 2021, 9:55 PM IST
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