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सरकार के नीतियों के खिलाफ जयस का विरोध प्रदर्शन, मंत्री बोले बीजेपी फैला रही भ्रम

बैतूल में सरकार के नीतियों के खिलाफ जयस संगठन ने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. वहीं इस मामले में पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने बीजेपी पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है.

Jays protest against government policies
सरकार के नीतियों के खिलाफ जयस का विरोध प्रदर्शन
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Published : Dec 1, 2019, 12:00 AM IST

बैतूल। अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासियों की जमीने गैर आदिवासियों को बेचने और आदिवासी क्षेत्रों में जमीनों के डायवर्सन को लेकर संशोधन का आदिवासी समुदाय विरोध कर रहा है. बैतूल में जयस संगठन सड़क पर उतर आया है. संगठन ने अपना विरोध जताते हुए राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. वहीं इस मामले में पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने बीजेपी पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है.

सरकार के नीतियों के खिलाफ जयस का विरोध प्रदर्शन

बता दें की जयस संगठन भू-राजस्व संहिता की 165 और 172 में संशोधन का विरोध कर रहा है. संगठन ने बैतूल में सैकड़ो आदिवासियों के साथ प्रदर्शन करते हुए इसके बदलाव पर रोक लगाने की मांग कर रहा है. वहीं संगठन का कहना है कि मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेश सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे. संगठन का कहना है कि संविधान की पांचवी अनुसूची में दर्ज अनुसूचित क्षेत्रों की जमीने गैर आदिवासियों को बेचने और उन क्षेत्रों की जमीन डायवर्सन को सरल करने का संसोधन आदिवासी हितों पर हमला है.

इस मामले में पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने सफाई देते हुए कहा कि सरकार ऐसा कोई संशोधन नहीं कर रही है. सिर्फ अनुसूचित क्षेत्रों में गैर आदिवासियों की जमीनों के डायवर्सन करने की प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है. बीजेपी इसे लेकर भ्रम फैला रही है.

बैतूल। अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासियों की जमीने गैर आदिवासियों को बेचने और आदिवासी क्षेत्रों में जमीनों के डायवर्सन को लेकर संशोधन का आदिवासी समुदाय विरोध कर रहा है. बैतूल में जयस संगठन सड़क पर उतर आया है. संगठन ने अपना विरोध जताते हुए राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. वहीं इस मामले में पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने बीजेपी पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है.

सरकार के नीतियों के खिलाफ जयस का विरोध प्रदर्शन

बता दें की जयस संगठन भू-राजस्व संहिता की 165 और 172 में संशोधन का विरोध कर रहा है. संगठन ने बैतूल में सैकड़ो आदिवासियों के साथ प्रदर्शन करते हुए इसके बदलाव पर रोक लगाने की मांग कर रहा है. वहीं संगठन का कहना है कि मांग पूरी नहीं होने पर प्रदेश सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे. संगठन का कहना है कि संविधान की पांचवी अनुसूची में दर्ज अनुसूचित क्षेत्रों की जमीने गैर आदिवासियों को बेचने और उन क्षेत्रों की जमीन डायवर्सन को सरल करने का संसोधन आदिवासी हितों पर हमला है.

इस मामले में पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने सफाई देते हुए कहा कि सरकार ऐसा कोई संशोधन नहीं कर रही है. सिर्फ अनुसूचित क्षेत्रों में गैर आदिवासियों की जमीनों के डायवर्सन करने की प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है. बीजेपी इसे लेकर भ्रम फैला रही है.

Intro:बैतूल ।। अनुसूचित क्षेत्रो में आदिवासियों की जमीनें गैर आदिवासियों को बेचने और आदिवासी क्षेत्रों में जमीनों के डायवर्सन को लेकर संशोधन का आदिवासी समुदाय विरोध कर रहा है। बैतूल में इसे लेकर जयस संगठन सड़क पर उतर आया है। संगठन ने अपना विरोध जताते हुए राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। वही इस मामले में पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने इसे भाजपा का फैलाया भ्रम बताते हुए कहा है कि उनकी सरकार आदिवासियों का अहित नही होने देगी।


Body:आपको बता दे की जयस संगठन भू-राजस्व संहिता की 165 और 172 में संशोधन का विरोध कर रहा है। संगठन ने बैतूल में सैकड़ो आदिवासियों के साथ प्रदर्शन करते हुए इस बदलाव पर रोक लगाने की मांग कर रहा है। मांग पूरी नही होने पर संगठन प्रदेश सरकार के खिलाफ उग्र आंदोलन करने पर विचार भी कर रहा है। संगठन का कहना है कि संविधान की पांचवी अनुसूची में दर्ज अनुसूचित क्षेत्रो की जमीने गैर आदिवासियों को बेचने और उन क्षेत्रो की जमीन डायवर्सन को सरल करने का संसोधन आदिवासी हितों पर हमला है।

आदिवासियों की जमीनों को लेकर हुए संशोधन के बाद हुए प्रदर्शन को लेकर कैबिनेट और पीएचई मंत्री सुखदेव पांसे ने सफाई देते हुए कहा कि सरकार ऐसा कोई संशोधन नही कर रही है। सिर्फ अनुसूचित क्षेत्रो में गैर आदिवासियों की जमीनों के डायवर्सन करने की प्रक्रिया को सरल बनाया जा रहा है। भाजपा इसे लेकर भ्रम फैला रही है। लेकिन आदिवासी इस देखे में नही फसेंगे।



Conclusion:बाइट -- हेमंत सरेआम ( कार्यकर्ता जयस )
बाइट -- सुखदेव पांसे ( कैबिनेट और पीएचई मंत्री )
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