बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में लगातार बारिश का दौर जारी है. झामाझम बारिश ने नदी और नालों को ऊफान पर ला दिया है. नदी-नालों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. बाढ़ में बहने से हाल ही में जिले के 9 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. इतना होने के बावजूद लोगों ने कोई सबक नहीं लिया है. दूसरी ओर प्रशासनिक इंतजाम भी केवल कागजों में या फिर मुंह जुबानी ही नजर आ रहे हैं. जमीनी स्तर पर कोई इंतजाम नहीं किया गया. यही कारण है कि अभी भी लोग उफनते नदी और नाले पार कर अपनी जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. उन्हें रोक-टोक करने कोई मौके पर उपलब्ध नहीं होता. जान से खिलवाड़ किए जाने का ऐसा ही एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. यह वीडियो बैतूल बाजार से आरूल मार्ग का बताया जा रहा है.
पुल पार करते दिखे बाइक सवार: झमाझम बारिश से माचना नदी उफान पर आ गई है. इस मार्ग पर माचना नदी के पुल पर से तीन से चार फीट पानी बहने लगा. इस दौरान न तो ग्राम पंचायत का अमला पुल पर नजर आया इससे लोग जान हथेली पर रखकर आवाजाही करते रहे. हद तो तब हो गई जब एक बाइक पर तीन लोग बैठकर पुल पार करते नजर आए. वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि बाढ़ का पानी घुटनों से ऊपर और तेज रफ्तार से जा रहा है. इसके बावजूद यह बाइक सवार बाइक निकाल रहे हैं. यही नहीं एक पेड़ भी बीच में पड़ा हुआ था. उसे भी काफी मशक्कत के साथ बाइक सवारों ने पार किया.
थोड़ी से चूक से हो जाता बड़ा हादसा: इस बाइक सवारों से थोड़ी भी चूक होती तो निश्चित रूप से एक बड़ा हादसा हो जाता. पर इसकी चिंता किसी को नहीं है. स्थानीय लोगों ने बताया कि ''इस पुल पर कई बार हादसे हो चुके हैं. एक वृद्धा भी दो साल पहले पुल पर बाढ़ के दौरान पार करते समय बह गई थी. इसके बाद भी प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के कोई इंतजाम ही नहीं किए जा रहे हैं''. ग्रामीणों का कहना है कि ''अभी तो सापना जलाशय (Sapna Dam) भरा नहीं है. यदि जलाशय लबालब हो गया तो फिर हल्की वर्षा से ही माचना नदी में जलाशय के वेस्टवियर से निकलने वाले पानी के कारण बाढ़ की स्थिति निर्मित हो जाएगी. ऐसे में पुल के दोनों ओर सुरक्षा के इंतजाम करने की सख्स जरूरत है.
ट्रैक पर पानी भरने से यातायात ठप्प: मध्य रेल नागपुर मंडल के इटारसी- बैतूल सेक्शन के बीच केरला रेलवे स्टेशन के पास रेलवे के डाउन ट्रैक पर पानी भरा जाने के कारण रेल यातायात ठप हो गया. रेलवे द्वारा कई ट्रेनों को अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दिया गया है. वही नई दिल्ली, चेन्नई जीटी एक्सप्रेस को इटारसी से डायवर्ट कर खंडवा लाइन से चेन्नई भेजा जा रहा है. इसके साथ ही सिकंदराबाद पटना एक्सप्रेस को कीरतरगढ़ स्टेशन पर रोका गया है. वहीं कुछ ट्रेनों को इटारसी एवं उसके आसपास के स्टेशनों पर रोका गया है. इटारसी की ओर जाने वाली ट्रेनों को क्रोशन आर्डर के माध्यम से निकाला जा रहा है. रेल यातायात ठप होने से बैतूल जिले के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बैतूल जिले के बैतूल, घोड़ाडोंगरी आमला एवं मुलताई स्टेशनों पर नागपुर की ओर जाने वाले यात्री स्टेशन पर घंटों से ट्रेनों के इंतजार कर रहे हैं.
इटारसी में बाढ़ के हालात बने: नर्मदापुरम के इटारसी सहित आसपास के क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के बाद बाढ़ के हालात बन गए हैं. शहर के मालवीयगंज के नदी, नाला मोहल्ला सहित अन्य स्थानों पर एनडीआरएफ की टीम ने पहुंचकर मकान में फंसे बाढ़ प्रभावित लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू कर दिया है. कलेक्टर भी मौके पर पहुंचे और प्रशासन की टीम के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर केसला और ताकू रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर मिट्टी धंस जाने से नागपुर की ओर जाने वाली ट्रेन को डाइवर्ट कर भुसावल से भेजा जा रहा है. रात भर से भारी बारिश के चलते इटारसी सहित आसपास के इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई. सड़कों पर पानी पानी चारों भर गया. इस दौरान बाढ़ से घिरे लोग घंटो घर में फंसे रहे. जिले की एनडीआरएफ टीम द्वारा नाव के जरिए फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है.
सुरक्षा व्यवस्था के दावों की हकीकत उजागर: वैसे तो प्रशासन ने वर्षा से पूर्व इंतजामों को लेकर बैठकें की थी. इसके साथ ही सुरक्षा के इंतजाम करने के तमाम दावे भी किए थे. अब जब वर्षा से नदी-नाले उफन रहे हैं तो हकीकत उजागर हो रही है. कहीं पर भी सुरक्षा के इंतजाम नजर ही नहीं आ रहे हैं. नदी-नालों में बाढ़ के बाद भी लोग बिना रोकटोक के आवाजाही कर जान को खतरे में डाल रहे हैं.
कलेक्टर ने की लोगों से अपील: इधर कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस (Collector Amanbir Singh Bains) ने जिले में लगातार हो रही वर्षा को देखते हुए आमजन से सजगता बरतने की अपील की है. उन्होंने कहा जान-माल की सुरक्षा के लिए प्रत्येक व्यक्ति को सावधानी बरतना जरूरी है. कलेक्टर बैंस का दावा है कि ''प्रशासन की तरफ से पुल-पुलियाओं पर सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं. परन्तु आमजन एवं वाहन चालकों से भी अपेक्षा है कि वे जलमग्न पुल-पुलियाओं, सड़कों पर से वाहन नहीं निकालें और न ही पैदल पार करें''. सवारी वाहन चालकों से भी इस दिशा में विशेष सावधानी रखने की बात कही गई है. यदि कोई वाहन चालक लापरवाही पूर्वक इस तरह जलमग्न पुल-पुलिया/सड़क पार करते पाया जाता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
बुरहानपुर में जलस्तर को लेकर हाई अलर्ट जारी: बुरहानपुर पुलिस ने ताप्ती नदी में बढ़ते जलस्तर को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है. पुलिस ने सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर संदेश जारी कर जनता को नदी के घाटों या नदी के किनारे जाने से मना किया है. शुक्रवार अलसुबह ही बैतूल स्थित पारस डैम के गेट खोलकर 117 क्यूमेक (क्यूबिक मीटर/सेकंड) पानी छोड़ा गया. जिससे ताप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. लोग जान जोखिम में डालकर ताप्ती नदी से लकड़ियां पकड़ रहे हैं. बावजूद इसके इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है. प्रशासन घाटों पर सुरक्षा कर्मियों के तैनाती के दावे कर रहा है, किंतु स्थिति इससे विपरीत है.
(Heavy Rain in Betul) (River drain in spate due to rain in Betul) (Flood situation in itarsi) (Water on track In Betul)