बैतूल। जिले के घोड़ाडोंगरी क्षेत्र के शाहपुर में एक किसान परिवार ने कोरोना को मात देकर घर पहुंच गए. कोरोना को मात देने वाले शिवम मेहतो ने बताया परिवार में हमारी चाची का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था. इसलिए हम तीनों ने 10 अप्रैल को कोरोना जांच के लिए सैंपल दिया, 11 अप्रैल को मुझे और मम्मी, पापा को शाहपुर के कोविड वार्ड में भर्ती कर दिया गया. वहां स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा इलाज और देखरेख की गई. हमने भी नियमित रूप से डॉक्टर्स द्वारा बताए गए नियमों का पालन किया. 18 अप्रैल को सैंपल नेगेटिव आने पर हमें डिस्चार्ज किया गया और स्वस्थ होकर घर वापस आ गए.
- पति, पत्नी शुगर के मरीज, इसके बावजूद नहीं छोड़ी हिम्मत
कृषक परिवार के शिवम मेहतो ने बताया मम्मी और पापा दोनों शुगर के मरीज है. दोनों ने भर्ती होने के बाद सेंटर में हिम्मत नहीं छोड़ी, काम के बारे में सोचने में दिमाग लगाया, अपने दिमाग से भुला दिया कि हम लोग कोविड सेंटर में भर्ती है.
- डॉक्टर सहित स्टाफ का मिला सहयोग
शाहपुर के किसान परिवार की रेखा, पति और बेटा भी कोरोना पॉजिटिव होने के बाद डॉक्टरों और स्टॉफ के सहयोग से बिल्कुल ठीक होकर घर लौट आए.
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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ. गजेंद्र यादव, डॉ. अक्षय सवाईतुल, तीनों पारियों की स्टॉफ नर्सेस रेखा यादव, शक्तिमाला लाजरस, अल्का पाल, सफाईकर्मी शिवम बागड़े की देखरेख और हौसला अफजाई से वे स्वस्थ हो गए. उन्हें 18 अप्रैल को शाहपुर कोविड केयर सेंटर से डिस्चार्ज किया गया. रेखा का कहना है कि जान है तो जहान है. इस कोरोना काल में डॉक्टरों द्वारा दी गई सलाहों का पालन हर हाल में जरुर करें. स्वास्थ्य सेवाओं से संतुष्ट होकर जाते हुए उन्होंने शासन का आभार व्यक्त किया.