बैतूल। संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर जिले के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सोमवार को राज्यपाल और मुख्यमंत्री को पोस्ट कार्ड के माध्यम से इच्छा मृत्यु की मंजूरी मांगी है.
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपने आंदोलन के विषय में बताया कि, शासन द्वारा संविदा कर्मचारियों को समय- समय पर सुविधा के नाम पर सिर्फ छलावा, झूठा आश्वासन, शोषण और निष्काशन ही दिया है. संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कहा कि हम वर्षों से अभाव और दबाव में स्वास्थ्य सेवाएं देते आ रहे हैं, हमारी सेवाओं से प्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी बना और शासन का स्वर्णिम मध्यप्रदेश का सपना साकार हुआ, लेकिन शासन ने उसी संविदा को मूलभूत सुविधा से महरूम रखते हुए हासिए पर रखा है.
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने अपना सीधा और स्पष्ट संदेश शासन को दिया है कि, हमारे निष्कासित साथियों की वापसी करते हुए वास्तविक हक नियमितीकरण करें और अगर ये करने में सरकार असमर्थ है तो, इस शोषण से मुक्ति देते हुए इच्छा मृत्यु की मंजूरी दें, साथ ही उन्होंने कहा है कि, इस शोषण युक्त प्रथा के विरुद्ध हड़ताल करेंगे. कोरोना काल में हड़ताल किए जाने और स्वास्थ्य सेवाएं बाधित होने या किसी भी प्रकार के व्यवधान अनहोनी घटना हेतू शासन स्वयं जिम्मेदार होगा.