बैतूल। आमला शहर के पीर मंजिल चौक में महिला कांग्रेस नेताओं सहित कुछ अन्य महिलाओं के कोरोना कर्फ्यू की अवधि में बिना प्रशासन की अनुमति के प्रदर्शन किया. प्रदर्शन करना महिला कांग्रेस नेताओं को महंगा पड़ गया. आमला पुलिस ने तहसीलदार नीरज कालमेघ के निर्देश पर महिला कांग्रेस नेताओं पर मामला दर्ज कर लिया है, हालांकि यह कोई पहला मामला नहीं है जब महिला कांग्रेस नेता सीमा अतुलकर पर प्रशासन ने केस दर्ज किया है. इससे पूर्व में भी सीएम के पुतला दहन कार्यक्रम में दो पुलिसकर्मियों के बुरी तरह झुलसने का मामला सहित कुछ अन्य मामलों में भी महिला नेता पर प्रशासन का चाबुक चल चुका है.
- अधिकारियों ने महिला कांग्रेस नेताओं को समझाया
दरअसल वार्ड क्रमांक 6 में लगे दो सार्वजनिक नलों में पिछले कुछ दिनों से कम पानी आ रहा था. बीते 3 दिनों पहले यहां के एक निवासी ने इस मामले की शिकायत नगर पालिका में की थी. इसी मामले में वार्ड की पूर्व पार्षद सुल्ताना बानो और महिला कांग्रेस नेता सीमा अतुलकर के नेतृत्व में कुछ महिलाओं ने पीर मंजिल से स्वास्थ्य विभाग आमला तक हाथों में पानी के मटके लेकर प्रदर्शन किया. इस बात की जानकारी जैसे ही तहसीलदार को लगी वह मौके पर पहुंच गए. वहीं एसडीएम ने अस्पताल परिसर में प्रदर्शन कर रहे महिला कांग्रेस नेताओं को समझाया.
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- कोरोना कर्फ्यू के उल्लंघन पर किया मामला दर्ज
पूर्व पार्षद सुल्ताना बानो ने भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर क्षेत्रीय विधायक डॉ. योगेश पन्डगरे के खिलाफ नारे लगाए गए. इस मौके पर प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय तहसीलदार को ज्ञापन भी सौंपा. प्रशासन ने इस पूरे मामले में कोविड-19 के नियम और इलाके में लागू धारा 144 का उल्लंघन मानते हुए मामला दर्ज कर लिया है. आमला थाना एएसआई संजय सिंग ने कहा कि इस समय जब पूरे इलाके में सख्त कोरोना कर्फ्यू चल रहा है. अकेले भी लोगों को घरों से निकलने पर पाबंदी है. उस दौरान भीड़ इकट्ठा कर प्रदर्शन करना मौजूद खतरों को और बढ़ा सकता है. बहरहाल पूरे मामले पर नपा ने भी अपनी सफाई जारी कर दी है. नपा का कहना है कि बीते 2 दिन पहले ही सार्वजनिक नलों में पानी कम आने की शिकायत आई थी और कर्मचारी काम भी शुरू कर चुके थे.