बैतूल। घोडाडोंगरी रेलवे कॉलोनी निवासी गोविंदराव पंवार भोपाल में ड्यूटी के दौरान कोरोना से संक्रमित हो गए थे. 20 दिन तक कोरोना के खिलाफ जंग लड़ ठीक होकर मंगलवार को वो अपने घर पहुंचे. लगातार दो रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद भी गोविंदराव ने हिम्मत नहीं हारी और आखिरकार कोरोना को हराकर अपने घर अपने परिवार के पास पहुंचे.
भोपाल में पुलिस मुख्यालय के साइबर सेल में आरक्षक के पद पर पदस्थ गोविंदराव पंवार 23 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव होने पर भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे. लेकिन हिम्मत ना हारते हुए वो डॉक्टर की सलाह मानते हुए दवा ले रहे थे. इस दौरान दूसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई लेकिन गोविंद ने आत्मविश्वास नहीं खोया और वार्ड में भर्ती मरीजों के साथ एक परिवार के रूप में रहे. रोज सुबह मोबाइल में हनुमान चालीसा सुनकर अपना आत्मविश्वास बढ़ाया और कोरोना को हराया. जहांगीराबाद पुलिस लाइन में रहने वाले गोविंद राव जब घर पहुंचे तो मोहल्ले वालों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया.
रोज सुबह मोबाइल पर सुनते थे हनुमान चालीसा
गोविंद राव पंवार ने बताया कि 23 अप्रैल को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. वैसे उन्हें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे. फिर भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने से थोड़ा घबरा गये थे. भोपाल के चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती होने के बाद अपना आत्मविश्वास बढ़ाया और कोरोना से ठीक होकर जल्दी घर पहुंचने की ठानी. रोज सुबह 6 बजे उठकर डॉक्टर द्वारा दी गई खाली पेट की दवा खाते इसके बाद नहाने के बाद मोबाइल में हनुमान चालीसा का पाठ सुनते थे. अस्पताल में जिस वार्ड में थे उस वार्ड में 30 मरीज थे सभी मरीज एक परिवार के रूप में रहते थे. कैरम, चेस गेम खेलते थे जिससे कि टाइम का पता नहीं चलता था.