बैतूल। अपने इस्तीफे को लेकर न्याय पद यात्रा कर रही निशा बांगरे ने पुलिस पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं. न्याय यात्रा में जान से मारने की धमकियां मिलने और संदिग्धों द्वारा उनका पीछा करने के आरोप निशा ने लगाए थे. शनिवार-रविवार की रात दो संदिग्ध लोगों को पकड़ने की बात भी निशा कर रही हैं. निशा बांगरे इसकी शिकायत करने रात 12 बजे सारणी थाने भी पहुंची. निशा का आरोप है कि ''पुलिस उनकी एफआईआर दर्ज नहीं कर रही हैं.'' आपको बता दें कि 28 सितंबर को निशा बांगरे आमला से सीएम हाऊस तक न्याय पद यात्रा पर निकाल रही हैं, जो कल शनिवार को सारणी पंहुची.
पुलिस नहीं कर रही FIR: निशा बांगरे ने आरोप लगाए हैं कि ''यात्रा में शामिल उनके लोगों को कुछ लोग कुचलने और गोली मारने की धमकियां दे रहे हैं. बीती रात उनका पीछा कर रहे दो संदिग्ध को पकड़ा था उनसे पूछताछ करने पर वे अपनी पहचान छुपा रहे थे. जिसकी शिकायत करने सारणी थाने पंहुची लेकिन पुलिस उनकी एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है.'' निशा ने शिवराज सरकार से उनका इस्तीफा स्वीकार करने की मांग की है. वहीं, उन्होंने कहा कि ''यात्रा में कोई घटना होती है तो इसका जिम्मेदार प्रशासन और सरकार होंगे.'' इधर पुलिस उन युवकों को सादी वर्दी में डीएसबी के लोग होना बता रही हैं जो यात्रा पर नजर रखे हुए हैं.
कोलगाव में संदिग्ध व्यक्ति हमारा पीछा कर रहे थे: डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने बताया कि ''कल से हमे जान से मारने की धमकी दी जा रही है. हमारी न्याय पद यात्रा बगडोना से रात्रि 9 बजे के बाद कोलगाँव की ओर ग्रामीणों के साथ पैदल जा रही थी, तभी हमे दो संदिग्ध व्यक्ति दिखे जो दो दिन से हमारा पीछा कर रहे हैं. पेड़ों के पीछे खड़े होकर हमारा वीडियो बना रहे थे और हमारी यात्रा के आगे पीछे चल रहे थे. जब हमने दौड़ के इनको ग्रामीणों के साथ पकड़ा तो ये अपनी पहचान बताने में इधर उधर के बहाने बनाने लगे.''
निवेदन पर कार्रवाई की जाए: डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने कहा कि ''जैसा कि आप सब को पता है कल ही हमारे साथी को जान से मारने की धमकी दी गई थी. TI सारणी को मैंने अभी सूचित किया है. मैं शासन प्रशासन से निवेदन करती हूं कि तत्काल इन पर कारवाई की जाए या भविष्य में हमारे साथी यात्रियों के साथ कुछ गलत होता है तो पूरा प्रशासन और मध्य प्रदेश शासन जिम्मेदार होगा.''