बैतूल। मध्यप्रदेश में नए साल पर बिजली की डिमांड का नया रिकॉर्ड दर्ज हुआ है. नए साल के पहले दिन15270 मेगावाट बिजली की मांग पहुंच गई. मध्यप्रदेश में इन दिनों रिकॉर्ड बिजली की मांग दर्ज हो रही है. गुरुवार को प्रदेश में अब तक की रिकॉर्ड 15425 मेगावाट बिजली की डिमांड रही. जबकि 1 जनवरी यानी कि शुक्रवार को इससे भी ज्यादा बिजली की डिमांड रही.
दरअसल दोपहर तक प्रदेश में 15270 मेगावाट तक डिमांड रही. वहीं बिजली की डिमांड बढ़ने पर घोडाडोंगरी तहसील के सतपुड़ा पावर प्लांट सारनी में चार इकाइयों को फुल लोड पर चलाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इरीगेशन लोड बढ़ने से इन दिनों बिजली की सर्वोच्च मांग दर्ज हो रही है. सिंगाजी पावर प्लांट खंडवा की 660-660 मेगावाट की तीन और चार नंबर इकाई तकनीकी कारणों से बंद नहीं रहती तो इस साल जेनको से विद्युत उत्पादन का नया रिकॉर्ड बनने से इनकार नहीं किया जा सकता था.
गौरतलब है कि श्री सिंगाजी पावर प्लांट की तीन और चार नंबर इकाई लंबे समय से टरबाइन की समस्या के चलते बंद है. सीजन में जब सर्वाधिक बिजली की मांग रहेगी. तब तक यह दोनों इकाइयां बंद रहने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में इस साल जेनको से रिकॉर्ड बिजली की मांग मुश्किल है. इन दिनों प्रदेश में सर्वोच्च मांग रहने के बावजूद मध्य प्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी की 4 इकाइयां लगातार बंद रखी जा रही है. इसमें घोड़ाडोंगरी तहसील के सतपुड़ा ताप विद्युत गृह सारणी की 410 मेगावाट क्षमता की आठ व नौ नंबर और श्री सिंगाजी पावर प्लांट खंडवा की 1320 मेगावाट क्षमता की तीन और चार नंबर इकाई शामिल है.
मध्य प्रदेश पावर जेनरेटिंग कंपनी के पास चार बिजली घरों में 5400 मेगावाट क्षमता की 16 इकाइयां हैं. इनमें से 12 इकाइयों से 3400 मेगावाट से अधिक विद्युत उत्पादन इन दिनों हो रहा है. जबकि चार इकाइयां लगातार बंद रखी जा रही है.