बैतूल। जिले में एक युवक को बंधक बनाकर 2 दिनों तक पीटने का मामला सामने आया है. युवक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. युवक ने वन विभाग के कर्मचारियों पर बेहरमी से पीटने का आरोप लगाते हुए मासोद पुलिस चौकी में शिकायत की है. पुलिस घटना की जांच कर रही है, वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने युवक के आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि गिरने की वजह से उसे चोट लगी है.
शरीर में आई चोटें: जिले के माजरी गांव निवासी मुन्ना धुर्वे पिता सुंदर उम्र 50 साल को गंभीर चोट लगने पर जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है. मुन्ना और उनकी पत्नी शीला धुर्वे ने बताया कि मुन्ना गुरुवार की रात सोमगढ़ से अपने घर माजरी आ रहा था. रात लगभग 11 से 12 बजे के बीच रामनगर जोड़ पर वन विभाग की टीम मिली, वनकर्मियों ने मुन्ना को रोककर उसके साथ जमकर मारपीट की, जिससे मुन्ना को सिर पर और शरीर के अन्य हिस्सों में चोटे आई हैं.
महाराष्ट्र ले जाकर इलाज कराने का भी आरोप: युवक ने बताया कि वन विभाग की टीम ने उसके हाथ-पैर बांधकर वाहन में डाला और उसकी पत्नी शीला को बुलवाया. इसके बाद वन विभाग की ही टीम उसे इलाज के लिए महाराष्ट्र के वरूड़ ले गई, यहां पर उसका सीटी स्केन भी कराया गया सिर में पांच टांके भी लगे हैं.
इसके बाद मुन्ना को मोर्शी लाया गया जहां से वह भागकर मासोद पहुंचा और यहां पुलिस चौकी में आवेदन दिया है. इसके बाद परिजन उसे जिला अस्पताल लेकर आए जहां उसका उपचार चल रहा है. मुन्ना का कहना है कि 2018 के पहले वह लकड़ी का काम करता है जो अब छोड़ दिया है.
वन अधिकारियों ने दी सफाई: मासोद चौकी प्रभारी बसंत अहाके ने बताया कि मुन्ना धुर्वे ने आवेदन दिया है, जिसमें वन विभाग के कर्मचारियों पर मारपीट का आरोप लगाया है. इसको लेकर पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली जिसमें पता चला कि मुन्ना धुर्वे अवैध लकड़ियां लेकर आ रहा था. वन विभाग की टीम ने उसका पीछा किया तो वह गिर गया और उसको चोट लग गई. वन विभाग की टीम ने उसका इलाज कराया है और वन विभाग ने अवैध लकड़ी के मामले में उस पर केस भी बनाया है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.