बैतूल। जिले की निजी अस्पताल के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापामार कार्रवाई की तो आयुष्मान योजना में गड़बड़ी सामने आई है. स्वास्थ्य और राजस्व प्रशासन की टीम ने वैष्णवी अस्पताल एण्ड रिसर्च सेंटर (Vaishnavi Hospital and Research Center Betul) में आचानक छापा मारा तो पाया गया कि, अस्पताल द्वारा आयुष्मान पोर्टल पर 19 मरीजों को भर्ती किया गया था, लेकिन मौके पर 7 ही मरीज थे. स्वास्थ्य और राजस्व प्रशासन ने अस्पताल से कई रिकार्ड भी जब्त किए है. (Betul health Department) (Ayushman Bharat Yojana scam)
डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं: हॉस्पिटल की जांच के दौरान आईसीयू में भर्ती मरीज बुधियाराव देशमुख के परिजनों ने बताया कि, उनसे 22 हजार रुपये बिल लिया गया है. बिल भी प्रस्तुत किया गया है. टीम ने जब छापा मारा तब आईसीयू में कोई भी एमबीबीएस डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं मिला. वहां पर एक बीएचएमएस डॉक्टर ही इलाज करते पाया गया.
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अस्पताल संचालक को नोटिस जारी: सीएमएचओ डॉ. एके तिवारी ने बताया कि, कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस को आयुष्मान के मरीजों से अनाधिकृत रूप से पैसे वसूले जाने की शिकायत मिली थी. इसको लेकर बैतूल एसडीएम केसी परते, तहसीलदार प्रभात मिश्रा, सीएमएचओ और उनकी टीम ने वैष्णवी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में छापा मारा. इस दौरान कई गड़बड़ी सामने आई है. डॉ. तिवारी ने बताया कि,अस्पताल संचालक को नोटिस जारी किया गया है. जवाब देने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है. (Betul health Department) (Ayushman Bharat Yojana scam)