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MSP पर खरीदी नहीं होने से गुस्से में अन्नदाता, मंडी गेट पर ताला लगाकर किया प्रदर्शन

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Published : Nov 9, 2020, 3:31 PM IST

Updated : Nov 9, 2020, 6:43 PM IST

बैतूल में किसानों ने एनएससी पर मक्का खरीदी न किए जाने से नाराज होकर मंडी में तालाबंदी कर दी. वहीं किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया, और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर मंडी की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की.

Farmer angry
किसान नाराज

बैतूल। किसानों ने MSP पर मक्का खरीदी न किए जाने से नाराज होकर मंडी में तालाबंदी कर दी. वहीं किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर मंडी की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की.

किसानों ने मंडी गेट पर लगाया ताला

बैतूल में सुबह से ही उपज लेकर मंडी पहुंचे किसान आक्रोशित हो गए, उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मक्का की खरीदी न किए जाने और मंडी में किसानों की उपज शैडो से बाहर रखने पर हंगामा कर दिया. किसानों ने मंडी गेट पर प्रदर्शन करते हुए वहां तालाबंदी कर दी. करीब 1 घंटे चले हंगामे के बाद मंडी प्रशासन और अधिकारियों की समझाइश के बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन खत्म किया.

फसल पंजीयन न कराने से नाराज किसान

वहीं बीते दिन भी किसानों ने MSP पर खरीदी नहीं होने के चलते मंडी में मक्का की फसल बेचने से इनकार कर दिया था. किसानों की नाराजगी इस बार फसल पंजीयन न कराने को लेकर भी है. इस समय बैतूल मंडी में मक्का की बंपर आवक है. एक अनुमान के मुताबिक इस समय मंडी में 20,000 क्विंटल से ज्यादा मक्का खुले आसमान तले पड़ा है. इस साल जिले में 1 लाख 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का की बुवाई की गई थी.

आंदोलन की चेतावनी

बता दें कि समर्थन मूल्य खरीदी के लिए प्रदेश सरकार ने इस साल मक्का उपज का पंजीयन नहीं करवाया है. जिसके चलते किसानों को कम भाव में मक्का बेचना पड़ रहा है. वर्तमान में मक्का उपज का भाव 1000 से 1300 मिल रहा है, जबकि केंद्र सरकार ने मक्का का प्रति क्विंटल लागत मूल्य 1,213 रुपए और समर्थन मूल्य 1,850 प्रति क्विंटल तय किया है. लेकिन पंजीयन न होने से किसानों को कम भाव में ही अपनी ऊपज बेचकर नुकसान उठाना पड़ रहा है. लिहाजा स्थिति यह है कि किसानों का लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है. वहीं आगामी दिवाली त्योहार को देखते हुए दूसरी फसल गेहूं-चना की बोनी के लिए किसान मजबूरी में कम भाव में अपनी मक्का उपज बेच रहे हैं. इससे उन्हें नुकसान हो रहा है, किसानों ने चेतावनी दी कि अब भी व्यवस्था नहीं सुधरी तो बड़ा आंदोलन करेंगे.

बैतूल। किसानों ने MSP पर मक्का खरीदी न किए जाने से नाराज होकर मंडी में तालाबंदी कर दी. वहीं किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया और अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर मंडी की व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की.

किसानों ने मंडी गेट पर लगाया ताला

बैतूल में सुबह से ही उपज लेकर मंडी पहुंचे किसान आक्रोशित हो गए, उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मक्का की खरीदी न किए जाने और मंडी में किसानों की उपज शैडो से बाहर रखने पर हंगामा कर दिया. किसानों ने मंडी गेट पर प्रदर्शन करते हुए वहां तालाबंदी कर दी. करीब 1 घंटे चले हंगामे के बाद मंडी प्रशासन और अधिकारियों की समझाइश के बाद किसानों ने अपना प्रदर्शन खत्म किया.

फसल पंजीयन न कराने से नाराज किसान

वहीं बीते दिन भी किसानों ने MSP पर खरीदी नहीं होने के चलते मंडी में मक्का की फसल बेचने से इनकार कर दिया था. किसानों की नाराजगी इस बार फसल पंजीयन न कराने को लेकर भी है. इस समय बैतूल मंडी में मक्का की बंपर आवक है. एक अनुमान के मुताबिक इस समय मंडी में 20,000 क्विंटल से ज्यादा मक्का खुले आसमान तले पड़ा है. इस साल जिले में 1 लाख 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का की बुवाई की गई थी.

आंदोलन की चेतावनी

बता दें कि समर्थन मूल्य खरीदी के लिए प्रदेश सरकार ने इस साल मक्का उपज का पंजीयन नहीं करवाया है. जिसके चलते किसानों को कम भाव में मक्का बेचना पड़ रहा है. वर्तमान में मक्का उपज का भाव 1000 से 1300 मिल रहा है, जबकि केंद्र सरकार ने मक्का का प्रति क्विंटल लागत मूल्य 1,213 रुपए और समर्थन मूल्य 1,850 प्रति क्विंटल तय किया है. लेकिन पंजीयन न होने से किसानों को कम भाव में ही अपनी ऊपज बेचकर नुकसान उठाना पड़ रहा है. लिहाजा स्थिति यह है कि किसानों का लागत मूल्य भी नहीं मिल पा रहा है. वहीं आगामी दिवाली त्योहार को देखते हुए दूसरी फसल गेहूं-चना की बोनी के लिए किसान मजबूरी में कम भाव में अपनी मक्का उपज बेच रहे हैं. इससे उन्हें नुकसान हो रहा है, किसानों ने चेतावनी दी कि अब भी व्यवस्था नहीं सुधरी तो बड़ा आंदोलन करेंगे.

Last Updated : Nov 9, 2020, 6:43 PM IST
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