बैतूल। जिले की एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के अपहरण का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक, आरोपी युवक ने कार्यकर्ता को आंगनबाड़ी केंद्र से अगवा कर लिया था. जिसके बाद युवक उसे 3 दिन तक जंगल में घूमाता रहा. वहीं परेशान परिजन जब उन्हें ढूंढते हुए जंगल पहुंचे तो दोनों जंगल में बेहोशी की हालत में मिले.
युवती ने लगाया अपहरण और दुष्कर्म का आरोप
पांच दिन से लापता आंगनबाड़ी कार्यकर्ता युवती जंगल मे बेहोशी की हालत में मिली. घटना 28 फरवरी की बताई जा रही है. अब कार्यकर्ता युवती ने आरोपी पर अपहरण के साथ दुष्कर्म का भी आरोप लगाया है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है. महिला के अनुसार युवक उसे 3 दिन तक इस जंगल में घुमाता रहा, इसके बाद वह बेहोश हो गई और उसके साथ क्या हुआ उसे नहीं पता. दोनों को घोड़ाडोंगरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां दोनों का इलाज चल रहा है.
28 फरवरी से लापता थी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता
घोड़ाडोंगरी ब्लॉक के एक गांव में पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता युवती 28 फरवरी से लापता थी. उसकी स्कूटी भी नहीं थी. परिवार के लोग लगातार उसकी तलाश कर रहे थे. उन्होंने उसकी गुमशुदगी चोपना थाने में दर्ज कराई थी. इसी दौरान उसके जंगल में होने की सूचना मिलने पर परिवार के लोग वहां पहुंचे तो युवक और युवती वहां बेहोश पड़े मिले. सूचना मिलने पर 100 डायल की मदद से उन्हें घोड़ाडोंगरी अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस की सूचना पर नायब तहसीलदार ने कार्यकर्ता के बयान लिए. घोड़ाडोंगरी पुलिस चौकी प्रभारी नेपाल सिंह का कहना है कि नायब तहसीलदार से बयान करवाकर डायरी चोपना थाने भेज दी है. गुमशुदगी भी वहीं दर्ज है. इधर कार्यकर्ता ने एक युवक द्वारा अपहरण कर जंगल ले जाने का आरोप लगाया है. उसने कहा है कि उसके साथ बेहोशी की हालत में क्या हुआ उसे नहीं पता.