बैतूल। प्रदेश के प्रमुख प्लांटों में से एक घोड़ाडोंगरी तहसील के सतपुड़ा पॉवर प्लांट सारनी की इकाईयों को बिना किसी ठोस वजह के बंद किया जा रहा है. मई माह की मेरिट आर्डर डिस्पैच (एमओडी) में सतपुड़ा पॉवर प्लांट सारनी की नई इकाईयों की सप्लाई दर 2.67 पैसे प्रति यूनिट है जबकि सिंगाजी प्लांट की सप्लाई दर 2.84 और 2.85 पैसे प्रति यूनिट है. बावजूद इसके सतपुड़ा पॉवर प्लांट सारनी की 250 मेगावाट क्षमता की 11 नंबर इकाई को आरएसडी के नाम पर बंद कर दिया गया, जबकि सिंगाजी की 660 मेगावाट की 4 नंबर इकाई जिसकी सप्लाई दर 2.85 पैसे प्रति यूनिट है. इस इकाई को चालू रखा गया है इसलिए योजनाबद्ध तरीके से इकाई को बंद रखने से इंकार नहीं किया जा सकता.
गौरतलब है कि प्रदेश में इन दिनों 8500 मेगावाट से अधिक बिजली की डिमांड चल रही है. अधिकांश जिलों में बारिश होने के चलते 9 जून से बिजली की मांग 9 हजार मेगावाट से नीचे चल रही है. प्रदेश में 4 बिजली घर है. जिनमें 16 इकाईयां है और उत्पादन क्षमता 5400 मेगावाट है. मंगलवार को 10 इकाईयां बंद रही, जबकि 6 इकाईयों से 1400 मेगावाट के आसपास बिजली उत्पादन लिया गया.
मध्यप्रदेश में बढ़ने लगी बिजली की डिमांड, लोड पर ली गई 200 मेगावाट की 6 नंबर यूनिट
सतपुड़ा पॉवर प्लांट की 6 में से 5 इकाइयां बंद
घोड़ाडोंगरी तहसील की सतपुड़ा पावर प्लांट सारणी में कुल 6 इकाईयां है. इनमें से 4 इकाइयां पहले से ही बंद है. वहीं मंगलवार को प्लांट की 11 नंबर इकाई को भी शटडाउन पर बंद कर दिया गया है. जिसके चलते 1330 मेगावॉट की क्षमता वाले सतपुड़ा पावर प्लांट में सिर्फ एक इकाई से 150 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है.
सतपुड़ा पॉवर प्लांट सारनी के पीआरओ अमित बंसोड़ ने कहा कि 11 नंबर इकाई रिजर्व शट डाउन में बंद की गई है. 10 नंबर इकाई बैकिंग डाउन पर चलाई जा रही है. प्लांट के यार्डों में 1 लाख मीट्रिक टन से अधिक कोल स्टॉक है.