बड़वानी। मध्यप्रदेश की राजनीति में आजकल सीएम फेस को लेकर दोनों प्रमुख दलों में पेच फंसता दिख रहा है. बड़वानी में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि बहुमत मिलने के बाद ही मुख्यमंत्री का नाम तय होगा. हालांकि इससे पहले दिग्विजय सिंह कई बार कह चुके हैं कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ रही है. कमलनाथ ही सर्वेसर्वा हैं. वहीं, कांग्रेस के कुछ नेता दबी जुबां में सीएम फेस को लेकर कमलनाथ का विरोध दर्ज करा चुके हैं. Suspense On MP CM Face
सीएम फेस को लेकर माहौल गर्म : बीजेपी ने तीन केंद्रीय मंत्री और 7 सांसदों को विधानसभा का टिकट देकर सीएम फेस का मामला उलझा दिया है. इस पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि अभी तक किसी भी वर्तमान विधायक को बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है. गुजरात मे जिस तरह एकतरफा पूरे मंत्रिमंडल का टिकट काट दिया था, सीएम का भी. क्या इस तरह की सम्भावना एमपी में भी बन रही है. बता दें कि कांग्रेस में सीएम फेस को लेकर पूर्व उपमुख्यमंत्री जमुनादेवी के भतीजे उमंग सिगार आदिवासी चेहरे की मांग कर चुके हैं.
उमंग सिंगार को बताया मंदबुद्धि का : उमंग सिंगार के बयान को लेकर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उमंग मंदबुद्धि का है. बहुमत मिलने के बाद तय होगा कि कौन मुख्यमंत्री होगा? उन्होंने कहा कि 230 उम्मीदवार की सूची आ रही है लेकिन कब आएगी, यह नहीं बताया. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हाल में हुई अतिवृष्टि के चलते नर्मदा नदी की बाढ़ से प्रभावित गांवों का जायजा लिया. समयाभाव के चलते सभी जगहों पर नहीं पहुंचे. जिले में अतिवृष्टि के चलते नर्मदा नदी के किनारे बसे कई गांव डूब की चपेट में आ गए, जिसको लेकर अब सियासत शुरू हो गई है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने उज्जैन में 12 वर्षीय बालिका के साथ हुए दुराचार को लेकर सरकार पर सवाल उठाए. Suspense On MP CM Face