बड़वानी। जिले के सेंधवा विकासखंड के वरला थाना के तहत उमरटी गांव में जांच एजेसी एनआईए की टीम अचानक पहुंची. एनआईए टीम ने पुलिस के साथ मिलकर एक मकान में तलाशी ली. छापामारी दोपहर करीब 2 बजे तक चली. बड़वानी पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद के अनुसार फिलहाल सेंधवा क्षेत्र में एनआईए ने जांच की है. पूरी जांच के बाद ही कुछ कह सकेंगे. बता दें कि अवैध हथियार निर्माण के लिए उमरटी गांव कुख्यात है. इस गांव से पूरे देश में हथियारों की तस्करी की जाती है. कई बड़े मामलों में खुलासे के बाद यहां के सिकलीगरों से खरीदे हथियारो को लेकर देशभर की पुलिस दबिश देती रही है. साथ ही स्थानीय पुलिस को भी हथियार बनाने की फैक्ट्री व आरोपी सिकलीगरों को पकड़ने मे सफ़लता हाथ लगी है.
अवैध हथियारों का गढ़ उमरटी : वरला इलाके में बड़े पैमाने पर अवैध हथियार बनाए जाते हैं. यहां के अवैध हथियार मध्य प्रदेश के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, गुजरात सहित कई राज्यों में सप्लाई हो चुके हैं. पंजाब और हरियाणा पुलिस कई बार इस गांव में स्थानीय पुलिस की मदद से दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पंजाबी सिंगर मुसेवाला की हत्या के तार भी इस गांव से जुड़े थे. उमरटी के जंगल में मूसेवाला को मारने वाले गिरोह का भी कन्केशन सामने आ चुका है.
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8 से 9 घंटे चली तलाशी : मुसेवाला हत्याकांड में शामिल गिरोह ने इसी जगह से हथियार खरीदे थे. गैंगस्टर से जुड़े होने तथा खालिस्तान समर्थकों को हथियार बेचने के तार मिलने तथा करोड़ों रुपये की फंडिंग की बात सामने आ रही है. इसको लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने छापेमारी की है. हालांकि करीब 8 से 9 घंटे तक एक मकान में घुसी जांच एजेंसी को क्या हाथ लगा, इसकी जानकारी फिलहाल सामने नहीं आ सकी. राष्ट्रीय जांच एजेंसी का उमरटी के एक व्यक्ति के घर छापा मारा. जांच एजेंसी को यहां से खालिस्तानियों, नक्सलियों और आतंकियों को हथियार सप्लाई करने का इनपुट मिला था. उमरटी में एनआईए की टीम ने श्याम उर्फ टोनी घर पूछताछ की. श्याम के पिता अंतरसिंह अवैध हथियारों के मामले में जेल में बंद है. श्याम भी गांव में नहीं है. घर पर महिलाओं और बच्चों से 9 घंटे तक पूछताछ की गई.