बड़वानी। जिले के सेंधवा ग्रामीण थानांतर्गत चाचरिया चौकी प्रभारी को लेकर कांग्रेस-भाजपा में राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस सरकार के दौरान पिछले 8 महीने से पदस्थ पुलिस चौकी प्रभारी अलका मेनिया पर कांग्रेस विधायक ग्यारसीलाल रावत ने स्थानीय लोगों से रुपए की मांग करने व झूठे केस में फंसाने और साथ ही लाखों रुपए डरा धमका कर लेने की शिकायत भाजपा के जल संसाधन मंत्री, सम्भाग प्रभारी तुलसी सिलावट और कलेक्टर सहित पुलिस विभाग के आला अधिकारियों से की थी.
जहां इस सम्बंध में विधायक रावत ने ग्रामीण थाना प्रभारी को पीड़ितों के साथ ज्ञापन सौपा है.वही 8 महीने से पदस्थ पुलिस चौकी प्रभारी पर कांग्रेस विधायक ग्यारसीलाल रावत ने आरोप लगाया है की शहर के एक निजी स्कूल में विधायक के कहने पर ग्रामीण थाना प्रभारी ने ज्ञापन सौंपा है और साथ ही लोगों के बयान ले लिए हैं जो की न्यायचित नही हैं.
जिला पंचायत सदस्य विकास आर्य ने बताया की चाचरिया चौकी प्रभारी विगत 8 माह से कार्यरत हैं वे अच्छा कार्य कर रही थी 8 माह में कोई आरोप भी नहीं लगे थे, फिर अचानक 8 दिन में ऐसे कैसे हो गया की वे एकदम से भ्र्ष्टाचारी हो गई, कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए उन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे है.
बता दें की सेंधवा में चाचरिया पुलिस चौकी पर पदस्थ सब इंस्पेक्टर अलका मेनिया का विरोध अब उन्हीं लोगों ने शुरू कर दिया जिन्होंने कांग्रेस सरकार में पदस्थ कराया था. सरकार के दौरान चौकी प्रभारी विधायक सहित अन्य कांग्रेसियों की आंखों तारा थी लेकिन सरकार बदलते ही आंखों में खटकने लगी हैं जिसके चलते विधायक सहित कुछ लोग विभिन्न स्तर पर शिकायत करते हुए ग्रामीण थाना प्रभारी को ज्ञापन सौपा हैं. उधर भाजपा भी अब चौकी प्रभारी के पक्ष में खड़े हो गए क्योकि शिकायतकर्ता कांग्रेस से हैं.