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मेधा पाटकर को सत्याग्रह से हटाने में प्रशासन नाकाम, मंत्री ने विदेश से भेजा संदेश - मंत्री सुरेंद्र सिंह वीडियो

बड़वानी में पिछले एक हफ्ते से अनशन पर बैठीं मेधा पाटकर की तबीयत खराब होने के बाद प्रशासन उनका अनशन खत्म करवाने पहुंचा.जहां उसे बेरंग ही वापस लौटना पड़ा.

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Published : Sep 1, 2019, 12:10 AM IST

बड़वानी। सरदार सरोवर बांध को 139 मीटकर तक भरने के गुजरात सरकार के फैसले के विरोध में अनशन पर बैठीं मेधा पाटकर की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद कलेक्टर और एसपी भारी पुलिस बल के साथ आंदोलनकारियों का अनशन तोड़वाने पहुंचा. लेकिन अनशन तुड़वाने पहुंचे प्रशासन को बेरंग ही लौटना पड़ा. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने विदेश से वीडियो जारी कर अनशन खत्म करने की अपील की है.

मंत्री वीडियो जारी कर अनशन तोड़ने की अपील की

पर्यटन मंत्री ने विदेश से वीडियो भेजा है, जिसमें वे चिंता जाहिर करते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ और उन्होंने मेधा पाटकर से चर्चा की है. उनकी जो मांगे हैं, उनको पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार मानवीय दृष्टिकोण नहीं अपना रही है. गुजरात सरकार और एनसीए से बात चल रही है , बांध को लेकर मप्र सरकार भी संघर्ष कर रही है.

लिहाजा मंत्री ने मेधा पाटकर से अनशन खत्म करने की अपील की है. दरअसल, मेधा पाटकर और मध्यप्रदेश सरकार के बीच पहले ही कई बार बात हो चुकी है. अब यहां के हालात भी गंभीर दिखाई देने लगे हैं. एक तरफ गुजरात और केन्द्र सरकार बांध की ऊंचाई बढ़ाने से पीछे नहीं हट रही, और दूसरी तरफ मध्यप्रदेश सरकार को पानी बढ़ने की वजह से प्रभावित इलाकों से लोगों को हटाना है.ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार के पास कानून व्यवस्था को हथियार बनाकर बिना अधिकार लोगों को खदेड़ने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. बता दें सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित लोगों के पुर्नवास और उनके अधिकारों को लेकर पिछले एक हफ्ते से 66 साल की मेधा पाटकर अनशन पर हैं.

बड़वानी। सरदार सरोवर बांध को 139 मीटकर तक भरने के गुजरात सरकार के फैसले के विरोध में अनशन पर बैठीं मेधा पाटकर की तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद कलेक्टर और एसपी भारी पुलिस बल के साथ आंदोलनकारियों का अनशन तोड़वाने पहुंचा. लेकिन अनशन तुड़वाने पहुंचे प्रशासन को बेरंग ही लौटना पड़ा. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए पर्यटन मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने विदेश से वीडियो जारी कर अनशन खत्म करने की अपील की है.

मंत्री वीडियो जारी कर अनशन तोड़ने की अपील की

पर्यटन मंत्री ने विदेश से वीडियो भेजा है, जिसमें वे चिंता जाहिर करते हुए नजर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ और उन्होंने मेधा पाटकर से चर्चा की है. उनकी जो मांगे हैं, उनको पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार मानवीय दृष्टिकोण नहीं अपना रही है. गुजरात सरकार और एनसीए से बात चल रही है , बांध को लेकर मप्र सरकार भी संघर्ष कर रही है.

लिहाजा मंत्री ने मेधा पाटकर से अनशन खत्म करने की अपील की है. दरअसल, मेधा पाटकर और मध्यप्रदेश सरकार के बीच पहले ही कई बार बात हो चुकी है. अब यहां के हालात भी गंभीर दिखाई देने लगे हैं. एक तरफ गुजरात और केन्द्र सरकार बांध की ऊंचाई बढ़ाने से पीछे नहीं हट रही, और दूसरी तरफ मध्यप्रदेश सरकार को पानी बढ़ने की वजह से प्रभावित इलाकों से लोगों को हटाना है.ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार के पास कानून व्यवस्था को हथियार बनाकर बिना अधिकार लोगों को खदेड़ने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है. बता दें सरदार सरोवर बांध के डूब प्रभावित लोगों के पुर्नवास और उनके अधिकारों को लेकर पिछले एक हफ्ते से 66 साल की मेधा पाटकर अनशन पर हैं.

Intro:बड़वानी जिले में सरदार सरोवर बांध को 139 मीटर तक भरने के गुजरात सरकार के फैसले के विरोध में नर्मदा बचाओ आंदोलन नेत्री मेधा पाटकर के नेतृत्व चुनौती सत्याग्रह के चलते 7 दिनों से अनशन पर बैठी एनबीए नेत्री की तबियत खराब हो गई जिसको लेकर कलेक्टर और एसपी के साथ भारी पुलिस बल भी सत्याग्रह स्थल पर पंहुचा लेकिन सत्याग्रहियों की बडी संख्या और विरोध होने की वजह से पुलिस प्रशासन को बैरंग लौटना पडा साथ ही अनशन स्थल से मेधा पाटकर को उठाने की प्रशासनिक तैयारी को देखते हुए महिलाओं ने मेधा पाटकर को चारों से घेर लिया। नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता ने साफ कर दिया है कि जब तक कोई ठोस बातचीत नहीं होगी अनशन समाप्त नहीं किया जाएगा। उधर नर्मदा घाटी विकास एवं पर्यटन मंत्री सुरेंद्र बघेल जो कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विदेश यात्रा पर है वहा से एक वीडियो प्रसारित किया है जिसमे मेधा पाटकर से अनशन समाप्त करने की अपील की है।

Body:मेधा पाटकर और मध्यप्रदेश सरकार के बीच पहले ही कई बार बात हो चुकी है। अब यहां के हालात भी हरसूद की तरह दिखाई देने लगे हैं। एक तरफ गुजरात और केन्द्र सरकार बाँध की ऊंचाई बढाने से पीछे नहीं हट रही है औऱ दूसरी तरफ मध्यप्रदेश सरकार को पानी बढने की वजह से प्रभावित इलाकों से लोगो को हटाना है। ऐसे में मध्यप्रदेश सरकार के पास कानून व्यवस्था को हथियार बनाकर बिना अधिकार लोगों को खदेडने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है। सरकार इससे पहले यदि नर्मदा बचाओ आंदोलन के लोगों को सुनते हुए प्रभावितों के पुनर्वास पर गंभीरता से काम करती तो शायद अब डंडे के दम पर गांव वालों को भरी बाऱिश में खुलेआम खदेडने की जरुरत नहीं पडती। प्रदेश के पर्यटन मंत्री ने एक वीडियो विदेश से मेधा पाटकर को भेजा है जिसमे वे चिंता जाहिर करते हुए नजर आ रहे है , मुख्यमंत्री कमलनाथ और स्वयं ने मेधा से चर्चा की है और उनकी जो मांगे है उनको पूरा करेंगे किन्तु बेबसी भी झलकी की समय कम है और काम ज्यादा है , गुजरात सरकार मानवीय दृष्टिकोण नही अपना रही है। गुजरात सरकार और एनसीए से बात चल रही है , बांध को लेकर मप्र सरकार भी संघर्ष कर रही है। एनव्हीडीए एवं पर्यटन मंत्री ने मेधा पाटकर से अनशन खत्म करने की अपील की है।
बाइट01-सुरेंद्र सिंह बघेल -एनव्हीडीए एवं पर्यटन मंत्री
Conclusion:डूब प्रभावित गांव में पिछले 7 दिनों से चुनौती सत्याग्रह के चलते 7 दिनों से अनशन पर बैठी एनबीए नेत्री की तबियत खराब होने के चलते जिला प्रशासन ने उन्हें बलपूर्वक हटाने की कोशिश की जिसमे नाकामी मिली वही महिलाओं ने भी मेधा को चारों और से घेर लिया इधर विदेश गए एनव्हीडीए एवं पर्यटन मंत्री ने वीडियो जारी कर अनशन खत्म करने की अपील की है।
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