बड़वानी। जिले में बाढ़ से आम लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. गांव के गांव टापू में तब्दील हो गए हैं. जिसके चलते प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों को राहत कैंपों में रखा है. इधर बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन ने सिर ढंकने के लिए छत तो दे दी है, लेकिन खाने के लिए जो भोजन दिया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता घटिया है. बाढ़ पीड़ित जली और कच्ची रोटियां खाने को मजबूर हैं. इसके अलावा जो सब्जी दी जा रही है, उसमें से कीड़े निकल रहे हैं.
भारी बारिश के चलते नर्मदा नदी उफान पर है, जिससे कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. बाढ़ पीड़ितों को सुरक्षित स्थान पर कैंपों में रखा गया है. जहां उनकी हालत खराब है. लोगों को घटिया किस्म का खाना दिया जा रहा है.
बाढ़ पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि बीते दिन कमलनाथ सरकार में मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल कैंपों का दौरा करने आये थे, उस दिन अच्छा खाना दिया गया था, जबकि उसके बाद से लगातार घटिया किस्म का खाना दिया जा रहा है. जिसमें कीड़े निकलते हैं और वही खाना बाढ़ पीड़ित खाने को मजबूर हैं. बाढ़ पीड़ितों ने इसकी शिकायत कई बार बड़वानी कलेक्टर से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है.