बड़वानी। आदिवासी विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीतकर कांग्रेस के पाले में गए मनावर विधायक आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर अलर्ट मोड़ में आ गए है. राजनीति में सरकार बनने पर बड़ी भागीदारी को लेकर जयस संगठन के संयोजक डॉ. हीरालाल अलावा ने आदिवासी विधानसभाओं पर अधिकार यात्रा का दूसरा चरण शुरू कर दिया है. इस दौरान डॉ. अलावा ने कांग्रेस की रीति नीति व सवाल उठाए तो भाजपा को भी पलायन, बेरोजगारी, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ-साथ नई शराब नीति को लेकर घेरा.
जयस का मिशन 2.0: प्रदेश में अब विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ महीनों का समय ही बाकी है. ऐसे में राजनीतिक दलों व संगठनों ने जनता के बीच जाकर नब्ज टटोलना शुरू कर दिया है. खासकर आदिवासी विधानसभाओं पर इस बार ज्यादा फोकस किया जा रहा है. जय आदिवासी युवा शक्ति संगठन जयस ने आदिवासी अधिकार यात्रा के बहाने अपनी जमीन तलाशना शुरू कर दी है. यात्रा का द्वितीय चरण बड़वानी जिले की पाटी तहसील से शुरू हुआ है. जयस संगठन के प्रमुख व मनावर से विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने साल 2018 में आदिवासी अधिकार यात्रा का पहला चरण शुरू किया था और इसी की बदौलत वह विधानसभा पहुंच गए. अब अलावा की नजर प्रदेश की 80 आदिवासी सीटों पर है. अलावा की रणनीति आदिवासी अधिकार यात्रा का दूसरा चरण यानी 2.0 शुरू कर, ज्यादा से ज्यादा सीटों पर कब्जा जमाने की है.
Read More: जयस से जुड़ी ये खबरे भी पढ़ें |
कांग्रेस और शिवराज पर हमला: जयस प्रमुख व मनावर से विधायक डॉ. हीरालाल अलावा ने पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल की विधानसभा से आदिवासी अधिकार यात्रा की शुरुआत की और भाजपा पर निशाना साधा. अलावा ने कांग्रेस की खासकर युवाओं को लेकर रीति नीति पर भी सवाल उठाए. शिवराज सिंह चौहान की नई शराब नीति को लेकर शराब दुकानों के आहतों पर युवाओं को गुमराह करना बताया. डॉ. अलावा ने पलायन, बेरोजगारी, पानी, शिक्षा स्वास्थ्य के मुद्दों पर मंत्री व मुख्यमंत्री को जमकर आड़े हाथों लिया. जयस संगठन में बड़वानी जिले में तेज तर्राट युवाओं की भूमिका को लेकर चिंता जाहिर की.