बड़वानी। राजपुर विधानसभा क्षेत्र में सड़क निर्माण के लिए भूमिपूजन करने पहुंचे पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन को विरोध का सामना करना पड़ा. ठीकरी तहसील अंतर्गत विश्वनाथ खेड़ा गांव पहले भी चर्चा में रहा है. नर्मदा बैक वॉटर से प्रभावित इस गांव में पिछले सालों में सिर्फ डेढ़ किलोमीटर सड़क की मांग को लेकर आंदोलन, धरना और भूख हड़ताल भी की जा चुकी हैं. खासकर बारिश में आवागमन पूरी तरह ठप हो जाता है.
पूर्व मंत्री बाला बच्चन को ग्रामीणों ने नहीं करने दिया भूमिपूजन
पूर्व मंत्री बाला बच्चन और उनके समर्थक 75 लाख रुपये की लागत से बनने वाली सड़क के निर्माण के लिए भूमिपूजन करने गांव पहुंचे थे, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के कारण उन्हें समर्थकों के साथ बेरंग लौटना पड़ा.
वायरल वीडियो में ग्रामीण कर रहे सवाल-जवाब
विश्वनाथ खेड़ा गांव में पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन गांववालों को सड़क बनाने का तोहफा देने गए थे, लेकिन मौके पर सियासी बवाल हो गया. गांववालों ने बच्चन से सवाल किया और पूछा कि आप क्या भूमिपूजन करने आए हैं ?. उन्होंने कहा कि वह सड़क निर्माण का भूमिपूजन करने आए हैं. ग्रामीणों ने प्रशासनिक स्वीकृति पत्र दिखाने को कहा. इस दौरान भीड़ बढ़ने पर बाला बच्चन और जिला पंचायत सदस्य वहां से चले गए.
स्मार्ट रोड का काम 2 महीने बाद भी नहीं हुआ पूरा
वित्त आयोग निधि से करवा रहे है सड़क निर्माण
इस संबंध में बाला बच्चन से जानकारी मांगी गई, तो उन्होंने बताया कि जिला पंचायत की बैठक में 15वें वित्त आयोग निधि से विश्वनाथ खेड़ा में डेढ़ किमी की सड़क निर्माण के लिए 75 लाख रुपए स्वीकृत हो चुके हैं. जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि स्वीकृति उनके प्रयास से कराई गई है. गांव में भीड़ अधिक होने पर गाइडलाइन का पालन नहीं होने पर भूमिपूजन नहीं किया गया.
सालों से ग्रामीण सड़क की कर रहे है मांग
सड़क को लेकर पिछले विधानसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार, बरसात में आंदोलन और प्रदर्शन तक हो चुके हैं. आश्वासन के बाद भी अब तक इस डेढ़ किमी की सड़क को लेकर राजनीतिक श्रेय की होड़ चली आ रही है.