बालाघाट। कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं, ऑक्सीजन की कमी हो रही है. ऐसे में परसवाड़ा के ग्रामीणों ने सोशल मीडिया का सहारा लिया है. लोग इसके माध्यम से जरूरतमंदों कि मदद करने की अपील कर रहे हैं.
सोशल ग्रुप बनाकर कर रहे मदद
परसवाड़ा मुख्यालय के ग्राम सेरपार में कोविड सेंटर का संचालन किया जा रहा है, लेकिन सेंटर में ज्यादा सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं. वहां बेड हैं, लेकिन ऑक्सीजन नहीं है, दवा है, लेकिन पर्याप्त नहीं है. इसे देखते हुए परसवाड़ा के युवाओं ने एक ग्रुप बनाया है, जिसका नाम 'कोरोना मुक्त परसवाड़ा' रखा है. इस ग्रुप के माध्यम से वह जरूरतमंदों की मदद करने हेतू आर्थिक अपील कर रहे हैं. ग्रुप में सदस्यों की लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है. वहीं, अब लोगों को आर्थिक मदद भी मिल रही है.
रामेश्वर कटरे ने दी पहली ऑक्सीजन मशीन
समाजसेवी ग्राम चीनी निवासी रामेश्वर धरमलाल कटरे ने ऑक्सीजन विहीन कोविड अस्पताल की हालत को देखते हुए अपने खर्चे से एक ऑक्सीजन कन्ट्रेटर नियुक्त किया है. उसके बाद उन्होंने ग्रुप में सभी लोगों से सहयोग कि अपील की है, जिसका सार्थक परिणाम मिला और आमजनों ने सहयोग किया. ग्रुप के माध्यम से लोग 5 नेबुलाइजर मशीन और दो बॉक्स भरकर दास्ताने भी दिए हैं. इसके अतिरिक्त दवाओं का भी सहयोग किए जाने का प्रयास किया जा रहा है.
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ग्रामीणों को बांटी जा रही दवाइयां
ग्राम पंचायत द्वारा शासकीय फंड से कोरोना सक्रमंण को रोकने में कारगार दवाईयों को ग्रामीणों में वितरित किए जा रहे हैं. संक्रमण का फैलाव रोकने के उद्देश्य से गांव का मुख्य मार्ग सहित बस्तियों से आवागमन बंद किया जा रहा है.