बालाघाट। जिले के वारासिवनी वनपरिक्षेत्र के नांदगांव में वन्यप्राणी बाघ ने जंगल किनारे चारा चर रहे एक मवेशी को अपना शिकार बना लिया. वहीं घटना के सम्बंध में जब जानकारी लेने वनपरिक्षेत्र अधिकारी यशपाल मेहरा को फोन लगाया गया तो उनका फोन लगातार बन्द बताता रहा.
घटना के सम्बंध में जानकारी देते हुए पूर्व मंडी अध्यक्ष विजय सहारे ने बताया कि गांव का चरवाहा प्रतिदिन की तरह सोमवार को भी मवेशियों को चराने चारागाह की ओर ले गया था, इस दौरान दोपहर समय वह सभी मवेशियों को गांव के जंगल किनारे तालाब में पानी पिलाने ले गया था, जहां से वापसी के दौरान मवेशी पगडण्डी किनारे चारा चरते हुए वापस आ रहे थे कि तभी बाघ ने मवेशियों पर हमला कर दिया और ग्राम प्रधान घनश्याम सहारे की दुधारू गाय को अपना शिकार बना लिया.
काफी दिनों से गांव में चहल कदमी कर रहा हैं बाघ
घटना पर जानकारी देते हुए पूर्व मंडी अध्यक्ष विजय सहारे ने बताया कि नांदगांव व उसके आसपास के ग्रामों में बाघ की काफी दिनों से चहलकदमी देखी जा रही हैं, जिसको लेकर ग्रामीणों ने वनविभाग से कई बार इलाके में गश्त बढ़ाने की मांग की गई, लेकिन विभाग ने इलाके में कैमरे लगा कर कर्तव्य से इतिश्री कर ली. उन्होंने बताया कि जंगल किनारे बसे इन गांवों में अब तक इन हिंसक पशुओं ने दर्जनों पालतू मवेशियों को अपना शिकार बना लिया हैं, लेकिन वनविभाग के जिम्मेदार इस ओर से मुहं फेरे बैठे हैं.
रेंजर का फोन बन्द
इस मामले में जब वनपरिक्षेत्र अधिकारी यशपाल मेहरा से फोन पर बात करने की कोशिश की गई तो उनका फोन लगातार बन्द बताता रहा. इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि वर्तमान वनपरिक्षेत्र अधिकारी किस तरह वन्यप्राणियों व वनों की सुरक्षा के प्रति सजग हैं.