बालाघाट। जिले के वारासिवनी में सामाजिक-सांस्कृतिक भवन में मरार माली समाज ने महात्मा ज्योतिबा फुले की 129वीं पुण्यतिथि मनाई गई. इस कार्यक्रम में विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कावरे, कैबिनेट मंत्री प्रदीप जायसवाल, मरार माली समाज जिला अध्यक्ष रमेश मरार और अन्य सामाजिक बंधुगण उपस्थित थे. कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया.
इस मौके पर मंत्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि मनाकर उन्हें याद करना ही फुले को श्रद्धांजलि देना नहीं है. हमें उनके बताए हुए मार्ग पर चलना भी होगा और प्रयास करना होगा कि हम उनके जैसा तो नहीं पर उनके जैसी थोड़ी बहुत सोच लेकर चल सकें. उन्होंने कहा कि बिना किताब और शिक्षा से गांव देश और समाज का विकास नहीं हो सकता. महात्मा ज्योतिबा फुले ने कहा था कि अगर एक परिवार में एक महिला शिक्षित हो जाती है तो पूरा परिवार अपने आप शिक्षित हो जाएगा. महात्मा ज्योतिबा फुले और राष्ट्रमाता सावित्री बाई फुले ने महिलाओं को घर से बाहर निकाल कर शिक्षा का अधिकार दिलाया, क्योंकि पहले महिलाओं को शिक्षा का अधिकार नहीं मिल पाता था और इसके लिए उन्होंने संघर्ष किया.
उन्होंने कहा कि जो समाज को सही दिशा में ले जाने और परिवर्तन करने का प्रयास करते हैं तो उसका ही विरोध होता है. फुले का भी विरोध हुआ, लेकिन वे सत्य की राह पर चलते गए और अपने उद्देश्य में सफल होकर समाज को शिक्षित करने में सफल हुए. बता दें कि महात्मा ज्योतिबा फुले ने जाति भेद, वर्ण भेद, लिंग भेद, ऊंच-नीच के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी.