बालाघाट। कोतवाली थाने की पुलिस ने 2 दिन के भीतर ही कुम्हारी गांव में हुए एक अंधे हत्या कांड के मामले का खुलासा कर दिया है. क्षेत्र के ग्राम बड़ी कुम्हारी में 5 अगस्त को एक युवक की लाश संदिग्ध हालत में मिली थी, जो प्रथम दृष्टया हत्या लग रही थी. इस मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में शुरू किया था. जिसमें पाया गया कि चोर होने के संदेह पर चोरी की घटना से त्रस्त ग्रामीणों ने युवक को मौत के घाट उतार दिया.
पुलिस के अनुसार, बालाघाट नगर के शांति नगर निवासी विक्की मेश्राम अपने साथी के साथ ग्राम कुम्हारी गया हुआ था, जहां चोरी की घटना से परेशान ग्रामीणों ने रात में विक्की और उसके साथियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन वे भागने लगे, तभी पीछा करने पर विक्की ग्रामीणों के चंगुल में फंस गया. जिसकी ग्रामीणों के साथ हाथापाई, मारपीट और गला दबाने से उसकी मौत हो गई. विक्की की लाश मिलते ही कोतवाली पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ और साइबर सेल की मदद से गांव के ही एक संदेही को गिरफ्तार करने के बाद बाकी के आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही आगे की कार्रवाई जारी है.
बालाघाट नगर से 5 किलोमीटर दूर ग्राम कुम्हारी में विक्की मेश्राम की लाश मिलने से हड़कंप मच गई थी. वहीं इस कौतूहल वाले हत्याकांड के मामले में कई कयास भी लगाए जा रहे थे, हालांकि सभी कयासों पर विराम लगाते हुए कोतवाली पुलिस ने ना सिर्फ 2 दिनों के अंदर मामले का खुलासा कर दिया, बल्कि 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं चोर होने के संदेह पर चोरी की घटना से त्रस्त ग्रामीणों के आक्रोश ने विक्की को मौत के घाट उतार दिया.