बालाघाट। शहर से सटे जंगल को काटकर बायपास सड़क बनाई जाएघगी और वन विभाग के द्वारा सड़क बनाने के लिए 450 पेड़ों को काटने की अनुमति दे दी गई है. जिन पेड़ों को काटना है उनपर निशान लगा दिया गया है. जिसके विरोध में शहर के युवाओं, पर्यावरण प्रेमी और तमाम सामाजिक संगठन खुलकर विरोध कर रहे हैं. आज सभी ने एक साथ मिलकर पेड़ों को काटने से बचाने के लिए, पेड़ों में रक्षा सूत्र और राखियां बांधी और ये कहा कि अगर प्रशासन हमारी बात नहीं मानता है और इन पेड़ों को काटता है तो वो चिपको आंदोलन करेंगे. शहर के लिए बायपास जरूरी है, लेकिन यहां से न बनते हुए कहीं और से सड़क बनानी चाहिए.
बालाघाट में डेंजर रोड को बायपास बनाने के लिए चिन्हित किया गया है. सड़क चौड़ी करने के लिए पेड़ों को काटने की जरूरत है और वन क्षेत्र होने के चलते वन विभाग की अनुमति ली गई है. इसके लिए वन विभाग ने अनुमति दे दी है.
लेकिन इस बायपास का विरोध किया जा रहा है. सभी का कहना है कि इतना खूबसूरत जंगल वो भी शहर के बीच में होना बहुत अच्छी बात है. अगर यहां से बायपास बनता है तो बहुत सारे पेड़ों को कटाना पड़ेगा और जो जंगल की खूबसूरती है वो खत्म हो जाएगी.
जब से डेंजर रोड को बायपास बनाने की इजाजत मिली है, तब से शहर के युवाओं और पर्यावरण प्रेमियों के द्वारा नए-नए प्रकार से विरोध किया जा रहा है. कुछ दिनों पहले युवाओं द्वारा मैराथन दौड़, पेंटिंग और बांसुरी बजाकर विरोध किया गया था और पेडों को न काटने का संदेश दिया था, वहीं आज राखियां और रक्षासूत्र बांध कर विरोध किया गया है.