बालाघाट। लॉकडाउन के बीच मजदूरों की लगातार घर वापसी हो रही है. महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से सटे बालाघाट जिले में भी मजदूर लौट रहे हैं. लेकिन यहां मजदूरों की जांच में लापरवाही का मामला सामने आया है. बाहर से आने वाले मजदूरों की जांच सीमावर्ती चेक पोस्ट पर की जानी थी. लेकिन यहां बॉर्डर पर तैनात अधिकारी कर्मचारी मजदूरों के स्वास्थ्य परीक्षण में लापरवाही बरत रहे हैं. जिससे बालाघाट जिले में भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है. मामला सामने आने के बाद कलेक्टर दीपक आर्य ने मामले में दो लोगों को निलंबित किया है.
बिना जांच के जिले में प्रवेश, खतरा बढ़ा
बेंगलुरू से जबलपुर मजदूरों को ट्रेन से लाया गया और जबलपुर से उन्हें बालाघाट बस भेजा गया. लेकिन कार्ड खत्म होने की वजह से बेंगलुरू से आये लगभग 250 मजदूरों में से आधे से ज्यादा मजदूरों की स्वास्थ्य जांच कंजई बॉर्डर पर नहीं हो पाई. बिना जांच किए ही कंजई बॉर्डर से सभी मजदूरों को जिला मुख्यालय भेज दिया गया. इस लापरवाही से जिले में संक्रमण बढ़ने का खतरा भी है.
लापरवाही बरतने पर 2 अधिकारी निलंबित
जबकि मजदूरों को ठीक से खाना भी नहीं दिया गया है. सुबह-सुबह कंजई नाके पर पहुंचे सभी मजदूरों को दोपहर तक खाना ही नहीं मिला. जिससे वो दिनभर परेशान होते रहे. घटना की जानकारी जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों को लगी तो उन्होंने तत्काल बालाघाट में इन मजदूरों की जांच कराई. जांच के बाद मजदूरों को 14 दिन तक होम क्वारंटाइन रहने के निर्देश भी दिए गए हैं. जबकि मामले में कलेक्टर ने कंजई नाके पर ड्यूटी में लगे दो अधिकारियों को भी निलंबित किया है.