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MP Balaghat: मलाजखंड एचसीएल में सुरंग की दीवार गिरने से 1 मजदूर की मौत, 4 गंभीर - सुरंग की दीवार गिरने से 1 मजदर की मौत

बालाघाट जिले में खदान की दीवार के मलबे में दबने से एक मजदूर की मौत हो गई. चार मजदूर गंभीर हैं. ये हादसा मलाजखंड एचसीएल में सुरंग की दीवार गिरने से हुआ. घटना के बाद ग्रामीणों ने चार घंटे तक प्रदर्शन किया.

MP Balaghat Malajkhand HCL
मलाजखंड एचसीएल में सुरंग की दीवार गिरने से 1 मजदर की मौत
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Published : Mar 23, 2023, 9:01 AM IST

Updated : Mar 23, 2023, 9:38 AM IST

बालाघाट। ताम्र परियोजना मलाजखंड अंतर्गत एसएमएस लिमिटेड निजी कंपनी में काम करते समय अंडर ग्राउंड खदान की सुरंग वाली दीवार गिर गई. इस हादसे में दबने से मजदूर गारवियल पिता घासीराम हरपाल उम्र 46 वर्ष ग्राम दुगलटोला उकवा निवासी की मौके पर मौत हो गई. घटना में चार मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरसा परिसर में ग्रामीणों ने मृतक के स्वजनों को 30 लाख रुपये मुआवजा दिलाए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया, जो बुधवार देर शाम तक चलता रहा. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि कुछ माह पहले एक मजदूर की ऐसे ही मौत हुई थी, लेकिन परिजनों को मुआवजा अभी तक दिया गया है.

दोपहर 12 बजे हुआ हादसा : ये हादसा बुधवार दोपहर 11 से 12 बजे के बीच का है. अंदर ग्राउंड में सभी मजदूर काम कर रहे थे, तभी वहां बनी सुरंग की दीवार गिरने से उसमें 5 मजदूर दब गए, जिससे गारवियल ने मौके पर दम तोड़ दिया. घायलों में धर्मेंद्र पिता शिवप्रसाद पटले 28 वर्ष ग्राम बखारीकोना बिरसा, ज्ञानसिंह पिता प्रेमसिंह धुर्वे 23 वर्ष ग्राम बोरखेड़ा बिरसा, नानाजी पिता दुलीचंद कटरे 36 वर्ष ग्राम चारटोला निवासी और राजेंद्र पिता मोहनलाल चौधरी 32 वर्ष ग्राम मंडई निवासी शामिल हैं. जिन्हें मलाजखंड की अस्पताल से छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई रेफर किया गया है.

ये पहला हादसा नहीं : इसी संबंध में मलाजखंड थाना प्रभारी डोमनसिंह मरावी ने बताया कि ताम्र परियोजना मलाजखंड के अंदर ग्राउंड में मजदूर एसएमएस लिमिटेड निजी कंपनी की तरफ से काम कर रहे थे. काम करते समय सुरंग की दीवार गिरने से पांच मजदूर दब गए. एक की मौत हो गई. गंभीर रूप से चार घायलों को भिलाई भिजवाया गया है. हालांकि मलाजखंड ताम्र परियोजना में कम्पनी की लापरवाही के चलते इस तरह की घटनाएं पहले भी घटित हो चुकी है, लेकिन न तो हादसों से कोई सबक लिया जा रहा है औऱ न ही पीड़ित परिवार को उनका मुआवजा तक मिल पाता है.

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टॉवर पर चढ़े बिजलीकर्मी की मौत : बिजली कंपनी की लापरवाही से आउटसोर्स कर्मचारी की मौत हो गई. टॉवर पर कार्य करते समय कर्मचारी करेंट लगने से झुलस गया था. करंट लगने के बाद रेवाराम का शव घंटों बिजली के तारों में ही लटकता रहा. गोटेगांव के करकबेल डीसी में ये हादसा हुआ. वह 11 हजार केवी की लाइन ठीक करते समय करंट की चपेट में आ गया. बताया जाता है कि परमिट लेने के बावजूद लाइन में करंट दौड़ने के कारण ये हादसा हुआ. नरसिंगपुर एसई रमेशचंद्र साहू ने की घटना की पुष्टि है.

बालाघाट। ताम्र परियोजना मलाजखंड अंतर्गत एसएमएस लिमिटेड निजी कंपनी में काम करते समय अंडर ग्राउंड खदान की सुरंग वाली दीवार गिर गई. इस हादसे में दबने से मजदूर गारवियल पिता घासीराम हरपाल उम्र 46 वर्ष ग्राम दुगलटोला उकवा निवासी की मौके पर मौत हो गई. घटना में चार मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरसा परिसर में ग्रामीणों ने मृतक के स्वजनों को 30 लाख रुपये मुआवजा दिलाए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन प्रारंभ कर दिया, जो बुधवार देर शाम तक चलता रहा. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि कुछ माह पहले एक मजदूर की ऐसे ही मौत हुई थी, लेकिन परिजनों को मुआवजा अभी तक दिया गया है.

दोपहर 12 बजे हुआ हादसा : ये हादसा बुधवार दोपहर 11 से 12 बजे के बीच का है. अंदर ग्राउंड में सभी मजदूर काम कर रहे थे, तभी वहां बनी सुरंग की दीवार गिरने से उसमें 5 मजदूर दब गए, जिससे गारवियल ने मौके पर दम तोड़ दिया. घायलों में धर्मेंद्र पिता शिवप्रसाद पटले 28 वर्ष ग्राम बखारीकोना बिरसा, ज्ञानसिंह पिता प्रेमसिंह धुर्वे 23 वर्ष ग्राम बोरखेड़ा बिरसा, नानाजी पिता दुलीचंद कटरे 36 वर्ष ग्राम चारटोला निवासी और राजेंद्र पिता मोहनलाल चौधरी 32 वर्ष ग्राम मंडई निवासी शामिल हैं. जिन्हें मलाजखंड की अस्पताल से छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई रेफर किया गया है.

ये पहला हादसा नहीं : इसी संबंध में मलाजखंड थाना प्रभारी डोमनसिंह मरावी ने बताया कि ताम्र परियोजना मलाजखंड के अंदर ग्राउंड में मजदूर एसएमएस लिमिटेड निजी कंपनी की तरफ से काम कर रहे थे. काम करते समय सुरंग की दीवार गिरने से पांच मजदूर दब गए. एक की मौत हो गई. गंभीर रूप से चार घायलों को भिलाई भिजवाया गया है. हालांकि मलाजखंड ताम्र परियोजना में कम्पनी की लापरवाही के चलते इस तरह की घटनाएं पहले भी घटित हो चुकी है, लेकिन न तो हादसों से कोई सबक लिया जा रहा है औऱ न ही पीड़ित परिवार को उनका मुआवजा तक मिल पाता है.

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Last Updated : Mar 23, 2023, 9:38 AM IST
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