बालाघाट। कोरोना वायरस ने महामारी का रूप ले लिया है. इसके कहर से कई देशों के लोग प्रभावित हैं. विश्व भर के डॉक्टर इस खतरनाक वायरस के एंटी डोज मेडिसिन बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं, लेकिन उनको अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है. इसी कड़ी में जिले में होम्योपैथी के डॉक्टर रवि श्रीवास अपने क्लीनिक में कोरोना वायरस से बचने के लिए दवा दे रहे हैं. साथ ही उन्होंने दावा किया है कि होम्योपैथी मेडिसिन से कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा. उनका कहना है कि करोना रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से होता है, जिससे मरीजों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की दवा देने से खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता हैं. वहीं कच्चे मांस खाने से बीमारी होती है. अगर मांस खाने वाले अच्छे से पका कर खाते हैं, तो बीमारी से बचा जा सकता है.
डॉक्टर रवि श्रीवास ने क्लीनिक के बाहर बैनर लगाकर कोरोना वायरस की दवा दे रहे हैं. उनका कहना है कि होम्योपैथिक चिकित्सा जगत में किसी व्यक्ति का इलाज नहीं बल्कि उसकी बीमारी का इलाज किया जाता है. यह कोरोना वायरस दहशत वाला वायरस नहीं है. ऐसे वायरस हमारे जीवन में आते रहते हैं. इस वायरस के लक्षण खांसी, बुखार जैसे हैं. बुखार के साथ-साथ सूखी खांसी होना, सांस लेने में परेशानी होना जैसे इसके लक्षण हैं.
डॉक्टर ने बताया कि अगर कोई 10 सेकंड के लिए सांस अंदर खींच कर रोक लेता है, तो उसे खांसी आती है या सीने में दर्द होता है, तो माना जाता है कि वह कोरोना से ग्रसित हैं. वहीं उन्होंने बताया कि भारत में आयुष मंत्रालय है, उसके द्वारा हमारे होम्योपैथिक चिकित्सा जगत में आरसनिक एलबम नामक दवा बनाई है, जिससे वायरस से बचा जा सकता है.
जहां एक ओर देश में कोरोना वायरस के चलते हाहाकार मचा हुआ है, तो वहीं डॉक्टर इस संक्रमण से ग्रसित लोगों को बचाने के लिए तरह-तरह के प्रयोग कर रहे हैं. हालांकि अभी तक कोई दवाइयां या इसका इलाज सामने नहीं आया है.