बालाघाट। शहर में दो दिन पहले भीमगढ़ बांध से पानी छोड़े जाने के बाद बैनगंगा नदी में भीषण बाढ़ आ गई थी. जिसके चलते बैनगंगा नदी के किनारे बसे आधा दर्जन गांव पानी-पानी हो गये हैं, कुम्हारी ग्राम पंचायत में बाढ़ ने भीषण तबाही मचा रखी है. जहां 30 मकान पूरी तरह मिट्टी में मिल गये, जबकि 40 आंशिक रुप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जिसके बाद से पीड़ित सिर पर तिरपाल तक के लिए मोहताज हैं और छांव की आस में दर-ब-दर भटक रहे हैं.
ईटीवी भारत को ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ का पानी अचानक इतनी तेजी गांव में आया कि वे अपने घरों से कुछ भी निकाल नहीं पाये, जिसमें उनके दस्तावेज और कीमती समान सहित पूरी गृहस्थी बर्बाद हो गयी हैं. साथ ही उनके खेतों में लगी फसलें भी पूरी तरह से तबाह हो गयी हैं. अभी दूसरे स्थान पर अस्थायी तौर पर उनके रहने के लिए इंतजाम किये गये हैं और प्रशासनिक टीम ने उनको मदद का भरोसा भी दिया है, पर उन्हें अब तक कुछ भी मदद नहीं मिली है.
सरपंच पति ने बताया कि छोटी कुम्हारी व बड़ी कुम्हारी में 30 मकान बाढ़ के चलते गिर गये हैं. इससे अधिक आंशिक रूप से प्रभावित हुये हैं. पीड़ितों को सामुदायिक भवन व स्कूलों में रहने का इंतजाम किया गया है, जहां उनके खानपान की व्यवस्था भी की गई है. प्रशासनिक स्तर से चावल व कपड़ा प्रदाय किया जायेगा.