ETV Bharat / state

आर्थिक तंगी से परेशान पिता बना हत्यारा, आठ साल के बेटे की कर दी हत्या

आर्थिक तंगी शख्स को क्या से क्या करने के लिए मजबूर कर सकती है, इसका दिल दहला देने वाला उदाहरण बालाघाट में देखने मिला, जहां एक पिता ने आठ साल के मासूम बेटे की हत्या कर दी. हालांकि, पुलिस ने हत्यारे पिता को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है.

author img

By

Published : Jun 1, 2020, 2:33 AM IST

father drown and kill son
पिता बना हत्यारा

बालाघाट। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से सब कुछ थम गया है. लॉकडाउन के कारण बंद हुए व्यापार-व्यवसाय के चलते हुए मजदूरों का हाल किसी से छिपा नहीं है. एक ओर जहां दाने-दाने के लिए मजदूर तरस रहे हैं, वहीं ऐसे हालातों में अपनी बदहाली देख मजदूर अंदर ही अंदर परेशान हो रहे हैं. इसी कड़ी में आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक पिता कब अपने आठ साल के बेटे का हत्यारा बन गया ये उसे एहसास भी नहीं हुआ. हालांकि, पुलिस ने हत्यारे पिता को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है.

पैसों की तंगी ने पिता को बना दिया हत्यारा

घटना शहर के सरस्वती नगर निवासी सुनील जायसवाल के घर घटित हुई. बता दें, लॉकडाउन के कारण काफी समय से काम नहीं करने के कारण सुनील आर्थिक तंगी से गुजर रहा था, इस दौरान वह अपने परिवार का पालन पोषण करने में मुश्किलों का सामना कर रहा था और परेशान होकर उसने ये कदम उठाया.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन से गई मजदूरी, कोरोना नहीं रोटी बनीं मजबूरी, अब तो प्रशासन भी बना रहा है दूरी

जानकारी के मुताबिक सुनील जायसवाल की पुत्री का शनिवार को जन्मदिन था. इस दौरान वह बेटी से केक लेने का कहकर अपने आठ साल के मासूम पुत्र के साथ घर से निकला लेकिन वह केक की दुकान जाने के बजाए वेनगंगा नदी नहाने पहुंच गया और अपने पुत्र को नदी में डुबाकर उसकी हत्या कर दी.

ये भी पढ़ें- गुजरात से वापस लौटे प्रवासी मजदूर, गांव में भी भरण-पोषण की समस्या

पिता की करतूत सिर्फ यहीं तक नहीं थमी उसने अपने पुत्र को मारने के बाद बेल्ट से फंदा बनाकर उसको नदी के ही स्टापडेम में बांध दिया, जिससे उसका शव बाहर न निकले.

ये भी पढ़ें- अपने ही बेटे को बाप ने उतारा मौत के घाट, पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस घटना को अंजाम देने के बाद सुनील ने पूरा घटनाक्रम अपने छोटे भाई सुजीत को बताया. सुजीत ने जब यह सब जाना तो उसने कोतवाली थाने में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर मासूम के शव को नदी से निकालकर पोस्मार्टम कराया. वहीं हत्यारे पिता को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया.

बालाघाट। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए गए लॉकडाउन की वजह से सब कुछ थम गया है. लॉकडाउन के कारण बंद हुए व्यापार-व्यवसाय के चलते हुए मजदूरों का हाल किसी से छिपा नहीं है. एक ओर जहां दाने-दाने के लिए मजदूर तरस रहे हैं, वहीं ऐसे हालातों में अपनी बदहाली देख मजदूर अंदर ही अंदर परेशान हो रहे हैं. इसी कड़ी में आर्थिक तंगी से परेशान होकर एक पिता कब अपने आठ साल के बेटे का हत्यारा बन गया ये उसे एहसास भी नहीं हुआ. हालांकि, पुलिस ने हत्यारे पिता को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया है.

पैसों की तंगी ने पिता को बना दिया हत्यारा

घटना शहर के सरस्वती नगर निवासी सुनील जायसवाल के घर घटित हुई. बता दें, लॉकडाउन के कारण काफी समय से काम नहीं करने के कारण सुनील आर्थिक तंगी से गुजर रहा था, इस दौरान वह अपने परिवार का पालन पोषण करने में मुश्किलों का सामना कर रहा था और परेशान होकर उसने ये कदम उठाया.

ये भी पढ़ें- लॉकडाउन से गई मजदूरी, कोरोना नहीं रोटी बनीं मजबूरी, अब तो प्रशासन भी बना रहा है दूरी

जानकारी के मुताबिक सुनील जायसवाल की पुत्री का शनिवार को जन्मदिन था. इस दौरान वह बेटी से केक लेने का कहकर अपने आठ साल के मासूम पुत्र के साथ घर से निकला लेकिन वह केक की दुकान जाने के बजाए वेनगंगा नदी नहाने पहुंच गया और अपने पुत्र को नदी में डुबाकर उसकी हत्या कर दी.

ये भी पढ़ें- गुजरात से वापस लौटे प्रवासी मजदूर, गांव में भी भरण-पोषण की समस्या

पिता की करतूत सिर्फ यहीं तक नहीं थमी उसने अपने पुत्र को मारने के बाद बेल्ट से फंदा बनाकर उसको नदी के ही स्टापडेम में बांध दिया, जिससे उसका शव बाहर न निकले.

ये भी पढ़ें- अपने ही बेटे को बाप ने उतारा मौत के घाट, पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस घटना को अंजाम देने के बाद सुनील ने पूरा घटनाक्रम अपने छोटे भाई सुजीत को बताया. सुजीत ने जब यह सब जाना तो उसने कोतवाली थाने में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर मासूम के शव को नदी से निकालकर पोस्मार्टम कराया. वहीं हत्यारे पिता को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.