बालाघाट। मुरैना में जहरीली शराब से 24 से अधिक लोगों की मौत के बाद बालाघाट जिला प्रशासन भी सजग हो गया है. जिला प्रशासन ने जहरीली शराब के खिलाफ मुहिम छेड़ दी है. मुहिम के तहत गुरुवार की देर शाम कलेक्टर दीपक आर्य और पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी के निर्देशन में वारासिवनी के बैगा मोहल्ले में कार्रवाई कर 40 लीटर कच्ची शराब के साथ भारी मात्रा में महुआ लहान और शराब बनाने के उपकरण जब्त किए.
तीन थाना क्षेत्रों में पुलिस ने की कार्रवाई
बैगा मोहल्ले में लंबे समय से कच्ची शराब का अवैध कारोबार चल रहा था. मुरैना में जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया. अवैध शराब के खिलाफ इस मुहिम में प्रशासन ने 40 लीटर कच्ची शराब जब्त की. कार्रवाई के दौरान तीन थाना क्षेत्रों की पुलिस सहित कलेक्टर दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, एसडीएम संदीप सिंह, तहसीलदार राजेंद्र टेकाम, एसडीओपी अरविंद श्रीवास्तव मौके पर मौजूद रहे. कार्रवाई में ड्रम, मटके, पीपों व बोरों में भरे भारी मात्रा में महुआ लहान सहित 40 लीटर कच्ची शराब भी जब्त की गई. जब्ती के बाद शराब को मौके पर ही नष्ट कर दिया।
आरोपी मौके से हुए फरार
कच्ची शराब पर कार्रवाई में प्रशासन के हाथ सामग्री तो आ गई, लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गए है. रात में की गई कार्रवाई के कारण आरोपी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए.
कई वर्षों से चल रहा है कारोबार
विदित हो कि इस इलाके में कच्ची शराब का यह अवैध कारोबार कई वर्षों से खुलेआम चल रहा है. लेकिन आबकारी विभाग के जिम्मेदार इस इलाके में कार्रवाई करने में हमेशा नाकाम साबित होते रहे हैं.
वार्डवासी भी शराब से हैं परेशान
शहर के वार्ड क्रमांक चार में कई वर्षों से चल रहे इस कच्ची शराब के अवैध कारोबार से पूरा मोहल्ला परेशान है, शराब व्यवसाई बैगा समुदाय से होने और अपराधी प्रव्रत्ति के होने की वजह से लोग इनके खिलाफ शिकायत करने से डरते हैं, लेकिन मुरैना में घटित हुई घटना के बाद जिला प्रशासन ने इस इलाके में कार्रवाई की.
मुरैना की घटना के बाद कार्रवाई हुई तेज
कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि बैगा मोहल्ले में कच्ची शराब बनाने की लगातार शिकायत मिल रही थी. इसके खिलाफ आज पुलिस व राजस्व विभाग ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की है. इसके पूर्व भी इनपर कार्रवाई की गई थी, लेकिन उसके बाद भी अवैध शराब बनाने का कार्य नहीं रुक रहा था. इसलिए आज ये कार्रवाई की गई है. पूरे जिले में अवैध शराब के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. लेकिन मुरैना की घटना के बाद से कार्रवाई तेज की गई.