ETV Bharat / state

कई मांगों को लेकर बस चालकों ने प्रदीप जायसवाल को सौंपा ज्ञान, अनिश्चितकालीन हड़ताल की दी चेतावनी - प्रदीप जायसवाल

बालाघाट के स्थानीय बस स्टैंड पर आज बस चालक-परिचालक महासंघ कार्यालय का उद्घाटन किया गया. इस दौरान बस चालकों ने सांसद ढाल सिंह बिसेन व खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल को 7 सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा. बस चालक परिचालकों का कहना है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो बस का संचालन अनिश्चितकालीन तक के लिए बंद कर दिया जाएगा. पढ़िए पूरी खबर...

inaguration
बस चालक परिचालक महासंघ कार्यालय का उद्घाटन
author img

By

Published : Jul 18, 2020, 2:45 AM IST

बालाघाट। बस चालकों ने सांसद ढाल सिंह बिसेन औऱ खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल को 7 सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है. कोरोना के कहर के बाद किए गए लॉकडाउन के बाद से ही बसें बंद है. बसों के परिचालन और टेक्स में छूट की मागं की गई है. ज्ञापन में बताया गया कि बस संचालन बंद होने से बालाघाट में बस के चालक परिचालक बेरोजगार हो गए हैं. अब रोजी-रोटी के संकट भी गहराने लगा है. अब हालात यह है कि उनके परिवार खाने को मोहताज हैं. जिस और शासन प्रशासन के साथ-साथ बस मालिकों का भी ध्यान नहीं है.

बस चालक परिचालकों का कहना है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो बस का संचालन अनिश्चितकालीन तक के लिए बंद कर दिया जाएगा. स्थानीय बस स्टैंड पर बस चालक परिचालक महासंघ कार्यालय का उद्घाटन करने आए सांसद ढाल सिंह बिसेन और खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने बस चालकों को मदद का भरोसा दिया है.

बस मालिकों की मांगें

  • फर्म का रजिस्ट्रेशन कराया जाए, जिससे कि शासन की योजनाओं का लाभ चालक परिचालकों को मिल सके.
  • बस चालकों-परिचालकों को वेतन दिया जाए
  • बस चालकों परिचालकों का आरटीओ में पंजीयन जल्द से जल्द किया जाए.
  • बस चालकों- परिचालकों को न्यूनतम वेतन भत्ता पेंशन का लाभ भी दिया जाए.
  • चालकों का लाइसेंस का नवीनीकरण जल्द से जल्द किया जाए.

खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने कहा कि बस चालकों की मांग जायज है. उसका हम भी समर्थन करते हैं. बस मालिकों को लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए बस चालक चालक-परिचालक को वेतन देने चाहिए थे. जिससे कि उनके परिवार का भरण पोषण हो सके. साथ ही यह आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्या का निराकरण किया जाएगा. सांसद ढाल सिंह बिसेन ने कहा कि उनकी मांगों को लेकर बस मालिकों व प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा करके जल्द ही निराकरण किया जाएगा. साथ ही इन बस चालकों-परिचालकों को शासन की योजनाओं का लाभ भी दिलवाया जाएगा. आरटीओ को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द इन सभी का रजिस्ट्रेशन किया जाए.

बालाघाट। बस चालकों ने सांसद ढाल सिंह बिसेन औऱ खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल को 7 सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है. कोरोना के कहर के बाद किए गए लॉकडाउन के बाद से ही बसें बंद है. बसों के परिचालन और टेक्स में छूट की मागं की गई है. ज्ञापन में बताया गया कि बस संचालन बंद होने से बालाघाट में बस के चालक परिचालक बेरोजगार हो गए हैं. अब रोजी-रोटी के संकट भी गहराने लगा है. अब हालात यह है कि उनके परिवार खाने को मोहताज हैं. जिस और शासन प्रशासन के साथ-साथ बस मालिकों का भी ध्यान नहीं है.

बस चालक परिचालकों का कहना है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं होती तो बस का संचालन अनिश्चितकालीन तक के लिए बंद कर दिया जाएगा. स्थानीय बस स्टैंड पर बस चालक परिचालक महासंघ कार्यालय का उद्घाटन करने आए सांसद ढाल सिंह बिसेन और खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने बस चालकों को मदद का भरोसा दिया है.

बस मालिकों की मांगें

  • फर्म का रजिस्ट्रेशन कराया जाए, जिससे कि शासन की योजनाओं का लाभ चालक परिचालकों को मिल सके.
  • बस चालकों-परिचालकों को वेतन दिया जाए
  • बस चालकों परिचालकों का आरटीओ में पंजीयन जल्द से जल्द किया जाए.
  • बस चालकों- परिचालकों को न्यूनतम वेतन भत्ता पेंशन का लाभ भी दिया जाए.
  • चालकों का लाइसेंस का नवीनीकरण जल्द से जल्द किया जाए.

खनिज निगम अध्यक्ष प्रदीप जायसवाल ने कहा कि बस चालकों की मांग जायज है. उसका हम भी समर्थन करते हैं. बस मालिकों को लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार हुए बस चालक चालक-परिचालक को वेतन देने चाहिए थे. जिससे कि उनके परिवार का भरण पोषण हो सके. साथ ही यह आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्या का निराकरण किया जाएगा. सांसद ढाल सिंह बिसेन ने कहा कि उनकी मांगों को लेकर बस मालिकों व प्रशासनिक अधिकारियों से चर्चा करके जल्द ही निराकरण किया जाएगा. साथ ही इन बस चालकों-परिचालकों को शासन की योजनाओं का लाभ भी दिलवाया जाएगा. आरटीओ को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द इन सभी का रजिस्ट्रेशन किया जाए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.