बालाघाट। जिले कि विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा की संस्कृति एवं परंपराओं के संरक्षण और उसके विकास के लिए आगामी 4 से 6 जनवरी 2020 तक आदिवासी बाहुल्य बैहर तहसील में बैगा आलंपिक का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में गुरुवार को जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रजनी सिंह ने कलेक्ट्रेट कार्यालय से बैगा ओलंपिक-2020 मशाल रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.तीन दिनों का ये आयोजन शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बैहर के खेल मैदान में होगा.
बैगा आलंपिक की ये मशाल बालाघाट सहित मंडला, डिंडोरी, सिवनी, अनुपपुर, उमरिया, शहडोल, छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव, कवर्धा जिलों में जाकर बैगा ओलंपिक का प्रचार करेगी. साथ ही इस आयोजन में शामिल होने का निमंत्रण देगी. इस पांचवे बैगा ओलंपिक में बालाघाट सहित मध्यप्रदेश के सात जिलों और छत्तीसगढ़ के दो जिलों के बैगा खिलाड़ी शामिल होंगे.
वहीं इस आयोजन के दौरान रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा. जिला पंचायत CEO रजनी सिंह ने बताया कि इस बार बैगा ओलंपिक में कम से कम प्लास्टिक का उपयोग हो इसका खयाल रखा जाएगा. वहीं विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष गैलरी की व्यवस्था की जा रही है, जिससे कि वो भी इसका लुफ्त उठा सके. साथ ही आदिवासियों की पारंपरिक व्यंजनों का भी स्टॉल लगाया जाएगा.
इस आयोजन में शासकीय योजनाओं की जानकारी देने के लिए विभिन्न विभाग प्रदर्शनी लगाएंगे और स्वास्थ्य विभाग भी स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जाएंगे. इस आयोजन में जिले के स्वयं सहायता समूहों के तैयार उत्पाद भी बिक्री के लिए रखे जाएंगे.