भोपाल। अब या तो इसे अजब एमपी का एक और गजब कारनामा कह लीजिए या ये मान लीजिए कि एमपी में सियासत से प्रशासन तक भक्ति काल ही चल रहा है. गजब है बालाघाट कलेक्टर की ओर से जारी हुआ ये आदेश जिसमें 23 मई और 24 मई को परसवाड़ा बालाघाट में होने वाली बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री की श्रीमदभागवत कथा के लिए प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी, भोजन, पानी, आवास के बाकी इंतजाम के साथ दातून के बंदोबस्त तक में लगा दी गई है. इस धार्मिक आयोजन के लिए जिले के आयुष अधिकारी को ये ड्यूटी दी गई है कि व श्रध्दालुओं की नित्य क्रिया के लिए जरुरी सामान के साथ दातून भी उपलब्ध कराएंगे.
श्रध्दालुओं के लिए दातून लाने अधिकारी की ड्यूटी: वैसे तो बागेश्वर धाम के धीरेन्द्र शास्त्री की इस भागवत कथा के लिए अलग अलग समितियों में दो दर्जन से ज्यादा कर्मचारियों अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. लेकिन गजब ये है कि इस कथा को सुनने जो श्रध्दालु आएंगे उनकी नित्य क्रिया आदि की सामग्री की व्यवस्था के साथ श्रद्धालुओं के दातून की व्यवस्था जिले के आयुष अधिकारी डॉ. मिलिंद चौधरी को सौपी गई है.
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कथा में सुचारू रुप से चले तो पूरे प्रशासन ड्यूटी पर: बालाघाट के परसवाड़ा में आगामी 23 और 24 मई को पंडित धीरेंन्द्र शास्त्री की भागवत कथा प्रस्तावित है. इसी की कथा की तैयारियों को लेकर जिला कलेक्टर की ओर से ये आदेश निकाला गया है. यूं तो पूरी कथा मे बिजली पानी आवास पंडाल ग्रीम रुम से लेकर कार्यक्रम के प्रसारण के लिए लीज लाईन तक के इंतजाम की ड्यूटी में जिला प्रशासन की अलग अलग टीमें गठित कर दी गई हैं. आयोजक और समन्वय समिति में ही चार अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है. अलग अलग 12 समितियों में 35 अधिकारियों कर्मचारियों का अमला तैनात कर दिया गया है.