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आयुर्वेदिक औषधि की पुड़िया करेगी कोरोना वायरस से बचाव, वैद्य मुफ्त में बांट रहे दवाई

कोरोना वायरस से बचने के लिए वैद्य दिनेश वैष्णव गुरु ने आयुर्वेदिक औषधि और जड़ी बूटियों की एक दवाई बनाई है जिसे पास रखने से संक्रमण से बचा जा सकता हैं.

corona virus cure
आयुर्वेदिक औषधि की पुड़िया
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Published : Mar 18, 2020, 3:17 PM IST

बालाघाट। जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं, इसको लेकर कलेक्टर दीपक आर्य ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है और आगामी 31 मार्च 2020 तक जिले के सभी स्कूल कॉलेज सिनेमा हॉल मैरिज गार्डन ,पुस्तकालय, कोचिंग क्लास को बंद रखने के आदेश दिए हैं.

आयुर्वेदिक औषधि की पुड़िया

वहीं वैद्य दिनेश वैष्णव गुरु ने आयुर्वेदिक औषधि और जड़ी बूटियों से एक दवाई है. जिसको साथ रखने से कोरोना वायरस का संक्रमण से बचा जा सकता है. वैद्य कोरोना वायरस से बचाव का दावा करते हुए सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और आम लोगों को मुफ्त में दवाई बांट रहे हैं. वैष्णव गुरु ने बताया कि यह औषधि आयुर्वेदिक ग्रंथों और पुस्तकों के शोध के बाद आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के संग्रहित ज्ञान से बनाई गई है.

इस छोटी सी दवाई में शुद्ध कपूर, कुनेन, ढिका माली, श्यामा तुलसी ,गोरखमुंडी और नीम पत्र नामक औषधियों को मिलाकर एक आयुर्वेदिक दवाई बनाई गई है. इस औषधि को खाना नहीं है, लेकिन समय-समय पर इसे इनहेल कर सकते हैं. यह औषधि सांस लेने से होने वाले संक्रमण से मुक्त रखेगी.

बालाघाट। जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं, इसको लेकर कलेक्टर दीपक आर्य ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है और आगामी 31 मार्च 2020 तक जिले के सभी स्कूल कॉलेज सिनेमा हॉल मैरिज गार्डन ,पुस्तकालय, कोचिंग क्लास को बंद रखने के आदेश दिए हैं.

आयुर्वेदिक औषधि की पुड़िया

वहीं वैद्य दिनेश वैष्णव गुरु ने आयुर्वेदिक औषधि और जड़ी बूटियों से एक दवाई है. जिसको साथ रखने से कोरोना वायरस का संक्रमण से बचा जा सकता है. वैद्य कोरोना वायरस से बचाव का दावा करते हुए सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और आम लोगों को मुफ्त में दवाई बांट रहे हैं. वैष्णव गुरु ने बताया कि यह औषधि आयुर्वेदिक ग्रंथों और पुस्तकों के शोध के बाद आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों के संग्रहित ज्ञान से बनाई गई है.

इस छोटी सी दवाई में शुद्ध कपूर, कुनेन, ढिका माली, श्यामा तुलसी ,गोरखमुंडी और नीम पत्र नामक औषधियों को मिलाकर एक आयुर्वेदिक दवाई बनाई गई है. इस औषधि को खाना नहीं है, लेकिन समय-समय पर इसे इनहेल कर सकते हैं. यह औषधि सांस लेने से होने वाले संक्रमण से मुक्त रखेगी.

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