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ट्रेनिंग कैंप के लिए नक्सलियों ने बालाघाट को बनाया हेडक्वॉर्टर, हर मूवमेंट पर है पुलिस की नजर

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Published : Jul 8, 2019, 2:48 PM IST

नक्सली बालाघाट के रास्ते मंडला, डिंडौरी, उमरिया, अमरंकटक तक अपने पैर पसार चुके हैं. इन जिलों में वे अपनी पैठ बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं, हालांकि पुलिस भी पूरी तरह से अलर्ट है. ड्रोन कैमरों से नक्सली मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है.

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बालाघाट। नक्सल प्रभावित बालाघाट में दूसरे राज्यों के नक्सलियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है. 100 से अधिक महिला-पुरुष नक्सलियों के हथियारों के साथ बालाघाट की सीमा में घुसने की खबर है. यहां के जंगलों में वो ट्रेनिंग कैंप लगाने की तैयारी में हैं. जिसके बाद दूसरे जिलों में भी नक्सली पैठ बढ़ाने की कोशिश में हैं. इसके लिए उन्होंने बालाघाट को हेडक्वॉर्टर बनाया है, हालांकि पुलिस अलर्ट है और नक्सलियों के हर मूवमेंट पर उसकी नजर है.

बालाघाट जिला छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्य की सीमा पर बसा हुआ है. लगभग 250 किलोमीटर का एरिया दोनों राज्यों की सीमा से सटा हुआ है. जहां से नक्सली महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य में बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से बालाघाट में घुसपैठ कर रहे हैं. नक्सलियों की घुसपैठ को रोकना पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं हैं, क्योंकि टाडा मलाजखंड, दर्रेकसा एरिया कमेटी के साथ ही कान्हा भोरमदेव दलम सक्रिय हैं.

बालाघाट मेंं ट्रेनिंग कैंप लगाने की तैयारी में नक्सली

नक्सली बालाघाट के रास्ते मंडला, डिंडौरी, उमरिया, अमरंकटक तक अपने पैर पसार चुके हैं. इन जिलों में वे अपनी पैठ बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं. नक्सलियों द्वारा पर्चों के जरिए पुलिस मुखबिरों को धमकी देकर मुखबिरी बंद करने का आह्वान किया जा रहा है. बारिश के मौसम में नक्सलियों का ट्रेनिंग कैंप लगाना अनुकूल माना जाता है, क्योंकि इस मौसम में नदी-नाले उफान पर होने से सभी रास्ते बंद हो जाते हैं. इस दौरान नक्सली जंगलों में नदी किनारे ट्रेंनिंग कैंप लगाकर दलम में भर्ती नये साथियों को ट्रेनिंग देते हैं.

एसपी अभिषेक तिवारी का कहना है कि बालाघाट पुलिस अलर्ट है. छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र पुलिस के साथ लगातार सीमावर्ती इलाकों में संयुक्त सर्चिंग की जा रही है. नक्सलियों के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए सैटेलाइट और ड्रोन कैमरों की मदद लेकर लगातार नजर रख रहे हैं. नक्सलियों को किसी भी तरह के मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. दलम में बालाघाट जिले से नए सदस्यों की भर्ती को एसपी ने अफवाह बताया है.

बालाघाट। नक्सल प्रभावित बालाघाट में दूसरे राज्यों के नक्सलियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है. 100 से अधिक महिला-पुरुष नक्सलियों के हथियारों के साथ बालाघाट की सीमा में घुसने की खबर है. यहां के जंगलों में वो ट्रेनिंग कैंप लगाने की तैयारी में हैं. जिसके बाद दूसरे जिलों में भी नक्सली पैठ बढ़ाने की कोशिश में हैं. इसके लिए उन्होंने बालाघाट को हेडक्वॉर्टर बनाया है, हालांकि पुलिस अलर्ट है और नक्सलियों के हर मूवमेंट पर उसकी नजर है.

बालाघाट जिला छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्य की सीमा पर बसा हुआ है. लगभग 250 किलोमीटर का एरिया दोनों राज्यों की सीमा से सटा हुआ है. जहां से नक्सली महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य में बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से बालाघाट में घुसपैठ कर रहे हैं. नक्सलियों की घुसपैठ को रोकना पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं हैं, क्योंकि टाडा मलाजखंड, दर्रेकसा एरिया कमेटी के साथ ही कान्हा भोरमदेव दलम सक्रिय हैं.

बालाघाट मेंं ट्रेनिंग कैंप लगाने की तैयारी में नक्सली

नक्सली बालाघाट के रास्ते मंडला, डिंडौरी, उमरिया, अमरंकटक तक अपने पैर पसार चुके हैं. इन जिलों में वे अपनी पैठ बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं. नक्सलियों द्वारा पर्चों के जरिए पुलिस मुखबिरों को धमकी देकर मुखबिरी बंद करने का आह्वान किया जा रहा है. बारिश के मौसम में नक्सलियों का ट्रेनिंग कैंप लगाना अनुकूल माना जाता है, क्योंकि इस मौसम में नदी-नाले उफान पर होने से सभी रास्ते बंद हो जाते हैं. इस दौरान नक्सली जंगलों में नदी किनारे ट्रेंनिंग कैंप लगाकर दलम में भर्ती नये साथियों को ट्रेनिंग देते हैं.

एसपी अभिषेक तिवारी का कहना है कि बालाघाट पुलिस अलर्ट है. छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र पुलिस के साथ लगातार सीमावर्ती इलाकों में संयुक्त सर्चिंग की जा रही है. नक्सलियों के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए सैटेलाइट और ड्रोन कैमरों की मदद लेकर लगातार नजर रख रहे हैं. नक्सलियों को किसी भी तरह के मंसूबों में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. दलम में बालाघाट जिले से नए सदस्यों की भर्ती को एसपी ने अफवाह बताया है.

Intro:बालाघाट में नक्सलियो ने की धुसपैठ
100 से ज्यादा की संख्याओ में हथियार बंद महिला पुरुष नक्सलियो ने की धुसपैठ
बालाघाट को बनाया अपना हैडक्वाटर,ट्रेनिंग केंप के लिये जगह की कर रहे तलास
पुलिस अलर्ट,नक्सल इलाको में ड्रोन कैंमरे से होगी निगरानी...

बालाघाट।प्रदेश का अति संवेदनशील नक्सल प्रभावित जिला बालाघाट में नक्सलियो ने अपनी पैर जमाना प्रारंभ कर दिया है...जी हां बताया जाता है कि 100 से ज्यादा महिला पुरुष हथियार बंद नक्सलियो ने बालाघाट की सीमा में घुसपैठ कर ट्रेनिंग केंप लगाने की तैयारी में है....नक्सलियो विगत कुछ सालो में नये दलम का गठन कर विस्तार निति के तहत प्रत्येक गांवो से  लगातार महिला पुरुष बच्चो की मांग दलम का विस्तार कर अपनी संख्या बढाने के लिये ग्रामिणो से कर रहै है।गोपनीय जानकारी की बात की जाये तो नक्सलियो ने प्रदेश के अन्य जिलो में अपनी पैठ बढाने के उद्देश्य से बालाघाट को अपना नया हेडक्वाटर बनाया है..... हालाकि बालाघाट पुलिस अलर्ट है..नक्सलियो के हर मुवमेंट पर नजर बनाये हुये है..Body:बालाघाट जिला छत्तीसगढ महाराष्ट्र राज्य की सीमा पर बसा हुआ है...लगभग 250 किलोमीटर की एरिया दोनो राज्यो की सीमा से सटा हुआ है...जहां से लगातार नक्सलियो द्वारा महाराष्ट्र व छत्तीसगढ राज्य में बङी वारदात को अंजाम देने के बाद बालाघाट जिले में घुसपैठ कर रहै है...और बालाघाट जिले को शरण स्थली के रुप में उपयोग करते है....नक्सलियो के इसप्रकार घुसपैठ को रोक पाना पुलिस के लिये टेढी खीर है...बालाघाट जिले में टाडा मलाजखंड,दर्रेकसा एरिया कमेटी के साथ ही कान्हा भोरमदेव दलम भी सक्रिय है...बोदला,कान्हा व भोरमदेव एरिया कमेटी के रुप में नक्सलियो मे नये दलम का गठन किया है..इस दलम की संख्या बढाने के लिये नये युवक युवतियो की मांग ग्रामिणो द्वारा किया जा रहा है...बालाघाट जिले को नक्सलियो ने अपना हेडक्वाटर्स के रुप में उपयोग कर रहै है..छत्तीसगढ व महाराष्ट्र से नक्सली बालाघाट के रास्ते मंडला डिंडोरी उमरिया ,अमरंकटक तक अपने पैर पसार चुके है..अब इन जिलो में नक्सली अपनी पैठ बढाकर पैर जमाने के फिराक में है...नक्सलियो द्वारा लगातार नक्सल क्षेत्रो में ग्रामिणो से बैठके करके अपनी ओर करने की कोशिस कर रहे है..साथ ही नये सदस्यो की भर्ती केलिये ग्रामिमो से उनके परिवार के एक सदस्यो को देने के लिेये कहा गया है....पर्चो के माध्यम से पुलिस मुखबिरो को धमकी देकर मुखबिरी बंद करने का आव्हान कर रहै है.. 


आपको बता दूं कि बरसात का मौसम नक्सलियो के ट्रेनिंग केंप के अनुकूल समय है ..इस समय नदी नाले उफान पर रहते है..सभी रास्ते बंद हो जाते है..आवागमन के साधन नहीं रहते है ...इस समय में नक्सली जंगलो में नदी किनारे ट्रेंनिंग केंप लगाकर दलम में भर्ती नये साथियो को ट्रेनिंग देते है....सुत्रों की माने तो बालाघाट में नक्सलियो ने धुसपैठ कर ट्रेनिंग केंप लगाने की तैयारी कर रहै है....अब कुछ दिनो बाद ही ट्रेनिंग केंप लगने के बाद दलम के नये साथियो की ट्रेनिंग प्रारंभ हो जायोगी....बताया जाता है कि बालाघाट सहित अन्य जिलो से नक्सलियो ने नये साथियो की दलम में भर्ती किया है ..जिनकी  ट्रेनिंग केंप के माघ्यम से दी जायेगी....

Conclusion:जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी का कहना है कि बालाघाट पुलिस अलर्ट है...छत्तीसगढ व महाराष्ट्र पुलिस के साथ लगातार सीमावर्ती इलाको में संयुक्त सर्चिंग किया जा रहा है...नक्सलियो के मुवमेंट पर नजर रखने के लिये सेटेलाईट व ड्रोन कैमरो की मदद लेकर लगातार नजर रख रहे है...जिले में किसी भी प्रकार की नक्सलियो को मंसूबो को पुरा नहीं होने दिया जायेगा....वहीं इस बार नक्सलियो के लगने वाले ट्रेनिंग केंप पर खास नजर रखी जा रही है...इस बार ड्रोन कैंमरे -सेटेलाईट से नजर तो रखी ही जा रही है साथ ही दोनो राज्यो की पुलिस के साथ मिलकर सर्चिंग भी नक्सल इलाको में किया जा रहा है कि नक्सली किसी भी प्रकार की बङी वारदात को अंजाम ना दे सके....वहीं दलम में बालाघाट जिले से नये सदस्यो की भर्ती के मामले में कहा कि यह अफवाह है....हम अपने नक्सल ग्रामो में लगातार नजर रखे हुये है गोपनीय सुत्रो से लगातार जानकारी ली जा रही है...


बाईट- अभिषेक तिवारी        पुलिस अधीक्षक बालाघाट
श्रीनिवास चौधरी ईटीवी भारत बालाघाट

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