अलीराजपुर। एक और कोरोना महामारी के संकट के बीच जिले के विभिन्न किसानों को प्राकृतिक आपदा और संकट का सामना करना पड़ रहा है. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पीला मोजेक नाम की बीमारी से जोबट क्षेत्र में किसानों की उड़द और सोयाबीन की फसलें बर्बाद हो रही हैं. मध्यप्रदेश की सरकार किसानों की सुध नहीं ले रही है और भारी भरकम बिल भेज रही है, जो किसान ज्यादा राशि के बिल नहीं भर रहे हैं, बिजली कंपनी बिना सूचना उनके कनेक्शन काट रही है. क्षेत्र में किसानों को पर्याप्त मात्रा में समय पर यूरिया खाद भी नहीं मिल पा रहा है.
किसान घंटों इंतजार करने के बाद खाद मार्केटिंग संस्था और सोसाइटी बहुत कम मात्रा में खाद दे रहे हैं. अभी तक जिले में प्राइवेट दुकानों पर यूरिया खाद नहीं मिलने से किसान इधर-उधर भटक रहे हैं. अभी तक जिले में कोई अधिकारी पीला मोजेक से प्रभावित उड़द, सोयाबीन की फसल का मुआयना करने के लिए नहीं आया है. विधायक कलावती भूरिया ने कहा कि बीते 10 दिनों में यदि खराब हुई फसलों का मुआयना नहीं किया गया, तो किसानों को आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
विधायक ने फोन पर दी जानकारी
विधायक भूरिया ने फोन पर बात करते हुए बताया कि उनके विधानसभा क्षेत्र में उड़द और सोयाबीन की फसले पीला मोजेक बीमारी से बर्बाद हो रही है. कीटनाशक दवाइयां छीटने के बाद भी कोई असर नहीं हो रहा है. जल्द ही कृषि विभाग और राजस्व विभाग जोबट विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव में भ्रमण कर स्थिति का जायजा लें और किसानों को प्रकरण बनाकर तत्काल उचित मुआवजा दिलाने की व्यवस्था करें. यदि जिला प्रशासन नहीं जागा तो किसानों के हित में जिला कांग्रेस कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेगी और किसानों के साथ आंदोलन किया जाएगा.
पीली पड़ गई फसल
भीती गांव के किसान भावला और लाल सिंह सहित अन्य किसानों ने बताय कि उनके खेतों में उड़द और सोयाबीन की फसल पीली पड़ गई है, जिसका मुआयना करने के लिए आज तक कोई भी विभागीय अधिकारी नहीं आया. हमने इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक कलावती भूरिया को अवगत कराया गया. किसानों का कहना है कि कोई भी अधिकारी किसानों की सुध लेने नहीं आया है. किसानों की समस्या का जल्द निराकरण किया जाए.