अशोकनगर। कोरोना संकट और लॉकडाउन के बीच छहघरा कॉलोनी में रहने वाले दिव्यांग भगवत सिंह बैसाखी का सहारा लेकर 2 किलोमीटर पैदल चल पूर्व विधायक के कार्यालय के बाहर लाइन में लग गया. जिससे परिवार का पेट भरने के लिए राशन मिल सके. पूर्व विधायक ने दिव्यांग को देखते ही पहले उन्हें राशन दिया फिर तांगा मंगवाकर घर तक पहुंचाया.
परिवार के भूख की चिंता के साथ लाइन में खड़ा दिव्यांग ये सोचकर लाइन से अलग नहीं हटा कि, लोग ये न सोचें कि दिव्यांगता का फायदा उठा रहा है. जब तेज धूप हुई और खड़ा रहना मुश्किल हुआ, तो दिव्यांग ने अपना कृत्रिम पैर निकालकर गोल घेरे में रख दिया. हालांकि जब पूर्व विधायक जजपाल सिंह जज्जी की नजर दिव्यांग की कृत्रिम पैर पर पड़ी, तो उन्होंने उसे राशन देने के बाद तांगा मंगा कर उसे घर तक छुड़वाया. साथ ही शाम को भोजन के पैकेट के साथ दिव्यांग के घर राशन भी पहुंचाया.
दिव्यांग भगवत सिंह ने बताया कि, 5 साल पहले ट्रेन हादसे में उसका पैर कट गया था, तब से असहाय हो गए हैं. उन्होंने कहा कि, भूख बहुत बुरी चीज है. परिवार में 6 सदस्य हैं. अभी लॉकडाउन में सब कुछ बंद चल रहा है. पेट भरने में बैसाखी के सहारे खाना मांगने घर-घर जाता हूं. वहीं जब पता चला कि पूर्व विधायक के कार्यालय के बाहर राशन मिल रहा है, तो मैं भी वहां जाकर खड़ा हो गया.
पूर्व विधायक जज्जी ने बताया कि, अब भगवत को खाने के लिए कार्यालय तक आने की जरूरत नहीं, बल्कि उसके घर पर ही खाना पहुंचाया जाएगा. दोनों टाइम का खाना और राशन भी उसके घर पहुंचा दिया गया है.