अशोकनगर। अशोकनगर की कृषि उपज मंडी समिति में कार्यरत लाइसेंसी तुलावटी 5 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. तुलावटियों का आरोप है कि मंडियों में मॉडल एक्ट की आड़ में प्रशासन द्वारा तुलावटों का शोषण किया जा रहा है.
दरअसल पिछले कई सालों से स्थानीय कृषि उपज मंडी में कार्यरत लाइसेंस धारी तुलावटियों की रोजी रोटी पर मंडी समिति ने यह कहकर संकट खड़ा कर दिया कि न्यू मंडी एक्ट के तहत तुलावटियों का कार्य क्षेत्र मंडी प्रांगण तक सीमित किया जाता है. जबकि मंडी विधि के अनुसार तुलावटियों का कार्य क्षेत्र प्रांगण के अंतर्गत निजी गोदाम, वेयर हाउस और मंडी अधिकार क्षेत्र में जो भी कृषि उपज मंडी क्रय-विक्रय किया जाता है, वहां लाइसेंस धारी तुलावट की ड्यूटी मंडी नियमों के तहत सालों से लगती आ रही है. लेकिन अब न्यू मंडी मॉडल एक्ट की आड़ में मंडी के बाहर ड्यूटी नहीं लगाई जा रही है. जबकि नया अध्यादेश अभी लागू नहीं हुआ है. उसके पहले ही स्थानीय मंडी प्रशासन द्वारा तुलावटियों को मंडी प्रांगण तक ही सीमित किया जा रहा है. जबकि मंडी प्रांगण के अंतर्गत निजी गोदाम, वेयरहाउस आते हैं, क्योंकि व्यापारियों के लाइसेंस भी स्थानीय मंडी के हैं और इन्हीं व्यापारियों की गोदाम वेयरहाउस है.
तुलावटियों की मांग है कि उनकी समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाए. तुलावट संघ ने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है, जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी. तुलावटी संघ के अध्यक्ष प्रहलाद सिंह यादव ने बताया कि मंडी प्रशासन द्वारा काम बंद करने का जो हवाला दिया जा रहा है. इसके अनुसार हम 125 परिवारों के सामने और आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा. जिससे हम लोगों को रोजी-रोटी के लिए भी मोहताज होना पड़ेगा. इसलिए मंडी प्रशासन की तानाशाही के खिलाफ हमारा यह अनिश्चितकालीन धरना है. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती हम धरने पर अड़े रहेंगे.