अशोकनगर। जिले में पुरानी पेंशन बहाली के लिए समस्त विभागों के एनपीएस धारक कर्मचारियों ने पेंशन संघ के नेतृत्व में अस्पताल चौराहे से कलेक्ट्रेट तक एक रैली निकाली. जिसमें सभी कर्मचारी नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
पेंशन बहाली संगठन के संरक्षक शिवकुमार शर्मा ने बताया कि एक जनवरी 2005 के बाद नियुक्त शासकीय कर्मचारी और शिक्षा विभाग में 1998 से नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन की पात्रता नहीं है. 40000 वेतन लेते हुए सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को मात्र 900 रूपए पेंशन का भुगतान हो रहा है. इतनी अल्प पेंशन में कर्मचारी अपना बुढ़ापा कैसे काटेंगे, ये बड़ा प्रश्न उठता है.
संगठन के जिला अध्यक्ष रवि शर्मा ने बताया कि नई पेंशन नीति पूर्ण रूप से बाजार जोखिम पर आधारित है. यदि सेवानिवृत्ति के दिन शेयर मार्केट गिर गया तो कर्मचारियों का भविष्य चौपट हो जाएगा. उन्होंने कहा कि विधायक या सांसद बनने पर आजीवन पेंशन मिलती है तो कर्मचारियों को 40 वर्ष की सेवा के बाद पेंशन क्यों नहीं दी जा सकती है. मुख्यमंत्री को अपना वादा निभाना चाहिए, कर्मचारियों के बुढ़ापे का सहारा पेंशन होता है, इसके बिना जीवन यापन नहीं हो सकता. ऐसा सोचकर ही डर लगता है, एनपीएस कर्मचारी वर्ग के लिए अभिशाप है, हम इसे मिटाना चाहते हैं.