अशोकनगर। कोरोना संक्रमण के बाद स्वास्थ्य विभाग की मलेरिया टीम ने कमर कस ली है. प्राइवेट कर्मचारियों को हायर कर पहले उन्हें ट्रेनिंग देकर ट्रेंड किया गया है. अब उनके द्वारा डीडीटी दवा का छिड़काव कराया जा रहा है. अब तक लगभग 14 गांवों में डीडीटी दवा का छिड़काव हो चुका है.
कोरोना संक्रमण के बाद अब मलेरिया जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ने की संभावना है. बारिश का मौसम शुरू होते ही खाली प्लाट समेत पानी एकत्रित वाले स्थानों पर लार्वा पनपने लगा है. जो कुछ ही दिनों में मच्छरों में परिवर्तित होकर शहर भर में फैल जाएगा. इन सभी बीमारियों के बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की मलेरिया टीम ने अपनी तैयारियां बारिश के मौसम के पहले ही शुरू कर ली हैं. कर्मचारी ट्रेनिंग दिलाकर ग्रामीण क्षेत्रों में डीडीटी दवा का छिड़काव करवा रहे हैं. लगभग 14 गांवों में डीडीटी दवा का छिड़काव हो चुका है.
मलेरिया विभाग के ज्ञानेंद्र पाठक ने बताया कि जिले भर में लगभग 75 हाई रिस्क गांव चयनित किए गए हैं. जिनमें से 14 गांव में डीडीटी दवा का छिड़काव किया जा चुका है. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने फीवर और लार्वा का सर्वे किया है. दो दिन बाद कलेक्टर की अध्यक्षता में एक अंतर विभागीय बैठक की जाएगी. जिसमें नगर पालिका के अधिकारी मौजूद रहेंगे. जिसमें खाली प्लॉटों के संबंध में बात रखी जाएगी. ताकि खाली प्लॉट मालिकों पर कार्रवाई की जा सके, या उन खाली प्लॉट की बाउंड्री तैयार की जाए.