अशोकनगर। जिले में पशु पालन विभाग के उपसंचालक कार्यालय में रिश्वत के 6 हजार 5 सौ रुपए लेते हुए बाबू विकास यादव को लोकायुक्त पुलिस ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. लोकायुक्त की कार्रवाई अभी भी जारी है. लगातार लोकायुक्त की कार्रवाई होने के बाद भी सरकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई का डर नहीं दिखाई दे रहा है. जिसके चलते आए दिन लोगों का काम करने के एवज में रिश्वत मांगते हैं.
- 7 हजार मांगे, 65 सौ में बात बनी
ऐसा ही एक मामला अशोकनगर के पशुपालन विभाग में सामने आया है. जहां पशु उपसंचालक विभाग में कार्यरत हरिसिंह रघुवंशी अपने EPF से 7 हजार रुपए की राशि निकलवाना चाहते था. लेकिन राशि निकलवाने के एवज में विभाग में पदस्थ बाबू राकेश यादव ने उनसे 7 हजार की रिश्वत मांगी. हरि सिंह रघुवंशी को यह बात नागवार गुजरी. और उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत लोकायुक्त ग्वालियर से कर दी.
रिश्वतखोर रीडर चढ़ा लोकायुक्त पुलिस के हत्थे
- लोकायुक्त ने मारा छापा
जिसके बाद लोकायुक्त टीम के योजना बनाकर रघुवंशी को कार्यालय में भेज दिया. उसने बाबू विकास यादव को 65 सौ रुपए की रिश्वत दी. जैसे ही विकास यादव ने उन पैसों को लिया. तभी आसपास खड़ी लोकायुक्त की टीम ने बाबू को रिश्वत के रुपयों के साथ रंगेहाथ धर दबोचा. जिसके बाद मीडिया के पहुंचते ही बाबू अपना चेहरा छुपाता नजर आया. फिलहाल अभी लोकायुक्त की कार्रवाई जारी है.