अशोक नगर। कलेक्ट्रेट में दिव्यांगजनों और वृद्धजनों की सुविधा के लिये लगी लिफ्ट पिछले 2 सालों से बंद पड़ी है. दिव्यांगों-बुजुर्गों को सीढ़ियां चढ़कर अधिकारियों के पास पहुंचना पड़ता है, जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी होती है. हालांकि, शिकायत के बाद अपर कलेक्टर ने लिफ्ट जल्द सुधरवाने का आश्वासन दिया है.
दो साल पहले 19 करोड़ 43 लाख की लागत से कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण हुआ था. निर्माण के दौरान भवन में दिव्यांगजनों और बुजुर्गों की परेशानी को देखते हुए लिफ्ट भी लगवाई गई थी, जो 2 साल से बंद पड़ी है. दो मंजिला कलेक्ट्रेट भवन में कई कार्यालय चल रहे हैं, जिसमें दिव्यांगों को कार्यालय तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है.
इन समस्याओं को देखते हुए 6 माह पहले संयुक्त कलेक्टर भूपेंद्र गोयल ने लिफ्ट को चालू करवाया था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही लिफ्ट फिर से खराब हो गई. जिसके बाद इस पर किसी वरिष्ठ अधिकारी ने कोई ध्यान नहीं दिया. इस मामले में अपर कलेक्टर अनुज रोहतगी ने बताया कि लिफ्ट को शीघ्र ही सुधरवाया जायेगा. कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा लिफ्ट में तकनीकी खराबी कर देने के कारण लिफ्ट खराब हो जाती है, ऐसे लोगों पर निगरानी रखी जाएगी और लिफ्ट को सुधरवाने के लिए पत्राचार भी किया गया है. ताकि कलेक्ट्रेट तक आने वाले दिव्यांग एवं बुजुर्गों को परेशान न होना पड़े.