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सालों से बंद है कलेक्ट्रेट भवन में लगा लिफ्ट, सीढ़ियों के सहारे अधिकारियों तक पहुंचते हैं दिव्यांग-बुजुर्ग

अशोकनगर के कलेक्ट्रेट भवन की लिफ्ट पिछले 2 सालों से बंद पड़ी है. जिसके चलते दिव्यांगों-बुजुर्गों को सीढ़ियां चढ़कर अधिकारियों के जाना पड़ता है, हालांकि अपर कलेक्टर ने लिफ्ट जल्द सुधरवाने का आश्वासन दिया है.

खराब लिफ्ट
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Published : Jun 5, 2019, 11:40 PM IST

अशोक नगर। कलेक्ट्रेट में दिव्यांगजनों और वृद्धजनों की सुविधा के लिये लगी लिफ्ट पिछले 2 सालों से बंद पड़ी है. दिव्यांगों-बुजुर्गों को सीढ़ियां चढ़कर अधिकारियों के पास पहुंचना पड़ता है, जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी होती है. हालांकि, शिकायत के बाद अपर कलेक्टर ने लिफ्ट जल्द सुधरवाने का आश्वासन दिया है.

कलेक्ट्रेट भवन में खराब पड़ा लिफ्ट

दो साल पहले 19 करोड़ 43 लाख की लागत से कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण हुआ था. निर्माण के दौरान भवन में दिव्यांगजनों और बुजुर्गों की परेशानी को देखते हुए लिफ्ट भी लगवाई गई थी, जो 2 साल से बंद पड़ी है. दो मंजिला कलेक्ट्रेट भवन में कई कार्यालय चल रहे हैं, जिसमें दिव्यांगों को कार्यालय तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है.

इन समस्याओं को देखते हुए 6 माह पहले संयुक्त कलेक्टर भूपेंद्र गोयल ने लिफ्ट को चालू करवाया था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही लिफ्ट फिर से खराब हो गई. जिसके बाद इस पर किसी वरिष्ठ अधिकारी ने कोई ध्यान नहीं दिया. इस मामले में अपर कलेक्टर अनुज रोहतगी ने बताया कि लिफ्ट को शीघ्र ही सुधरवाया जायेगा. कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा लिफ्ट में तकनीकी खराबी कर देने के कारण लिफ्ट खराब हो जाती है, ऐसे लोगों पर निगरानी रखी जाएगी और लिफ्ट को सुधरवाने के लिए पत्राचार भी किया गया है. ताकि कलेक्ट्रेट तक आने वाले दिव्यांग एवं बुजुर्गों को परेशान न होना पड़े.

अशोक नगर। कलेक्ट्रेट में दिव्यांगजनों और वृद्धजनों की सुविधा के लिये लगी लिफ्ट पिछले 2 सालों से बंद पड़ी है. दिव्यांगों-बुजुर्गों को सीढ़ियां चढ़कर अधिकारियों के पास पहुंचना पड़ता है, जिसके चलते उन्हें काफी परेशानी होती है. हालांकि, शिकायत के बाद अपर कलेक्टर ने लिफ्ट जल्द सुधरवाने का आश्वासन दिया है.

कलेक्ट्रेट भवन में खराब पड़ा लिफ्ट

दो साल पहले 19 करोड़ 43 लाख की लागत से कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण हुआ था. निर्माण के दौरान भवन में दिव्यांगजनों और बुजुर्गों की परेशानी को देखते हुए लिफ्ट भी लगवाई गई थी, जो 2 साल से बंद पड़ी है. दो मंजिला कलेक्ट्रेट भवन में कई कार्यालय चल रहे हैं, जिसमें दिव्यांगों को कार्यालय तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है.

इन समस्याओं को देखते हुए 6 माह पहले संयुक्त कलेक्टर भूपेंद्र गोयल ने लिफ्ट को चालू करवाया था, लेकिन कुछ दिनों बाद ही लिफ्ट फिर से खराब हो गई. जिसके बाद इस पर किसी वरिष्ठ अधिकारी ने कोई ध्यान नहीं दिया. इस मामले में अपर कलेक्टर अनुज रोहतगी ने बताया कि लिफ्ट को शीघ्र ही सुधरवाया जायेगा. कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा लिफ्ट में तकनीकी खराबी कर देने के कारण लिफ्ट खराब हो जाती है, ऐसे लोगों पर निगरानी रखी जाएगी और लिफ्ट को सुधरवाने के लिए पत्राचार भी किया गया है. ताकि कलेक्ट्रेट तक आने वाले दिव्यांग एवं बुजुर्गों को परेशान न होना पड़े.

Intro:अशोकनगर। जिले की कलेक्ट्रेट बिल्डिंग जहां परेशान लोग ज्ञापन देने के लिए कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों के पास पहुंचते हैं.और अपनी समस्या बताते हैं. वही दिव्यांगजन एवं बुज़ुर्गजन भी अपनी समस्याओं को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचते हैं. लेकिन उन उन्हें सीढ़ियां चढ़कर अधिकारियों के पास पहुंचना पड़ रहा है. इस परेशानी का कारण जिला कलेक्ट्रेट में लगी लिफ्ट है, जो लगभग 2 सालों से बंद पड़ी है. हालांकि अधिकारियों ने लिफ्ट जल्द सुधरवाने का आश्वासन दिया है.


Body:दरअसल करीब 2 साल पहले 19 करोड़ 43 लाख की लागत से कलेक्ट्रेट भवन का निर्माण कराया गया था. निर्माण के दौरान भवन में दिव्यांगजनों ओर बुजुर्गो की परेशानी को देखते हुए लिफ्ट भी लगवाई गई थी. लेकिन वह लेफ्ट 2 साल से बंद पड़ी है. जिसके कारण दिव्यांगजन को कलेक्ट्रेट परिसर में अधिकारियों के कार्यालयों तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. क्योंकि दो मंजिला कलेक्ट्रेट भवन में कई कार्यालय चल रहे हैं. जिसमें दिव्यांगों को कार्यालय तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है.जिसमें दिव्यांगों को एवं बुजुर्गों को कई समस्याएं आती हैं.हालांकि इन समस्याओं को देखते हुए 6 माह पहले संयुक्त कलेक्टर भूपेंद्र गोयल ने लिफ्ट को चालू करवाया था. लेकिन कुछ दिनों बाद ही वह लिफ्ट फिर से खराब हो गई.जबकि इस और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा.साथ ही कलेक्ट्रेट परिसर में पानी की बहुत समस्या है.


Conclusion:जब संबंध में अपर कलेक्टर डॉ अनुज रोहतगी से बात की गई तो उन्होंने लिफ्ट को शीघ्र ही सुधर वाने की बात कही. साथ ही उन्होंने बताया कि कुछ असामाजिक तत्व द्वारा लिफ्ट में तकनीकी खराबी कर देने के कारण भी लिफ्ट खराब हो जाती है. ऐसे लोगों पर निगरानी रखी जाएगी. और लिफ्ट को सुधरवाने के लिए पत्राचार भी किया गया है.ताकि कलेक्ट्रेट तक आने वाले दिव्यांग एवं बुजुर्गों को परेशान ना होना पड़े.
बाइट-डॉ अनुज रोहतगी, अपर कलेक्टर
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