अशोकनगर। गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार केपी यादव ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार ज्योतिरादित्य सिंधिया को डमी प्रत्याशी करार दिया है. उनका कहना है कि सिंधिया का नाम गुना लोकसभा क्षेत्र के वोटर लिस्ट में नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि मेरा यहां नाम है. मैं यहां का रहने वाला हूं, जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया का तो यहां नाम तक नहीं है.
केपी यादव ने कहा कि सिंधिया को यह बात हजम नहीं हो रही कि एक साधारण कार्यकर्ता उनकी बराबरी कैसे कर गया. सिंधिया इस बार 100 फीसदी चुनाव हार रहे हैं. केपी यादव ने कहा कि जब मैं कांग्रेस में था, तो मैंने उनके चुनाव लड़ने का तरीका देखा और मैं सब जानता हूं और उनसे ऊपर उठकर चुनाव लड़ना जानता हूं.
सिंधिया पर आरोप लगाते हुए डॉक्टर केपी यादव ने बताया कि सिंधिया को यहां के नेताओं पर भरोसा नहीं, इसलिए हर चुनाव में बाहरी लोगों को यहां भेजते हैं और चुनाव की पूरी जिम्मेदारी भी बाहर के लोगों पर ही रहती है. इसके अलावा केपी यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस देश को तोड़ने का काम करती है.
दरअसल बीजेपी प्रत्याशी केपी यादव को उम्मीदवार बनाने की घोषणा बुधवार को की गई थी, उसी दिन केपी यादव के छोटे भाई अजय पाल पर गोपाल सरपंच द्वारा मारपीट के आरोप लगाते हुए सिटी कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया था. इस मामले के बाद जिले की राजनीति गर्मा गई है. बीजेपी उम्मीदवार केपी यादव ने कांग्रेस पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया है.
मामले में पुलिस वालों की संदिग्ध भूमिका मानते हुए भाजपा लोकसभा प्रत्याशी केपी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि पुलिस अधिकारी कांग्रेस सरकार के दवाब में काम कर रहे हैं. जिसकी शिकायत उन्होंने चुनाव आयोग में करने की बात कही है. बीजेपी उम्मीदवार केपी यादव ने कहा कि यह पूरा मामला एक राजनीतिक षड्यंत्र है.
केपी यादव ने कहा कि सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने मंत्रियों के साथ मिलकर यह पूरा षड्यंत्र रचा है. केपी यादव का कहना है कि इतनी छोटी सी घटना के लिए जिले का पूरा पुलिस बल इस मेरे घर मेरे गांव पर पहुंचा, जहां मेरे परिवार के लोग रहते हैं. जबकि मेरे छोटे भाई पर लगाई गई सारी धाराएं जमानत वाली थीं. केपी यादव ने कहा कि सिंधिया किसी भी तरह से चुनाव जीतना चाहते हैं. वह मान चुके हैं कि वह चुनाव हार चुके हैं.
केपी यादव का कहना है कि पुलिस द्वारा इस तरह देर रात मेरे दोनों घरों पर दबिश देने की जरूरत नहीं थी. मेरे भाई और कर्मचारियों के बीच विवाद था. जिसमे मेरे परिवार को रात भर परेशान किया गया. इस पूरे मामले को उन्होंने कांग्रेस की साजिश बताया है. दरअसल, गुना संसदीय सीट से दोनों ही पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. कांग्रेस ने गुना से कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक बार फिर मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने केपी यादव को उम्मीदवार बनाया है. मतदान की तारीख 12 मई तय है.