अशोकनगर। जिले में अतिवृष्टि को लेकर किसान की फसलों में नुकसान हुआ था. इसके बाद भी किसानों को शासन द्वारा मुआवजा राशि नहीं मिल सकी थी. इसी प्रमुख मांग को लेकर भारतीय किसान संघ पांच दिनों से कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहा था, जिसके बाद एसडीएम रवि मालवीय ने मौके पर पहुंचकर संघ के पदाधिकारियों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. जिसके बाद किसानों ने धरने का समापन किया गया.
बता दें, कि शासन द्वारा अतिवृष्टि में बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा किसानों को मिलना था, लेकिन अशोकनगर जिला इस मुआवजा राशि से वंचित रह गया. जिसके बाद किसान संघ द्वारा इस पूरे मामले को प्रशासन की त्रुटि बताते हुए धरना प्रदर्शन शुरू किया गया, लेकिन किसानों से प्रशासन ने किसी भी तरह की कोई वार्ता नहीं की. जिसके बाद एक दिन पहले धरना स्थल से सभी किसान कलेक्टर के चेंबर तक दंडवत होते हुए गए. जिसके बाद देर शाम किसान और प्रशासन के बीच एक वार्ता आयोजित की गई, लेकिन किसान अगले दिन भी धरने पर बैठे रहे.
इसके बाद धरना स्थल पर पहुंचकर एसडीएम रवि मालवीय ने आश्वासन देते हुए कहा कि 'अतिवृष्टि में हुए नुकसान के मुआवजे के लिए 200 करोड़ राशि का प्रपत्र तैयार कर शासन को भेजा गया है. जैसे ही राशि स्वीकृत होती है वैसे ही किसानों के खाते में डालने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.'
आखिरकार 5 दिन धरना देने के बाद किसानों की मांग प्रशासन द्वारा मानी गई. प्रशासन (एसडीएम ) ने स्वयं धरना स्थल पर पहुंचकर किसानों को आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया.