अशोकनगर। जिले के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कलुआ चक में आदिवासी के हत्या मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि बीते दिनों बबूल के पेड़ काटने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था. इस दौरान एक आदिवासी की मौत हो गई थी. जिसमें पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एक आरोपी पर तीस हजार का इनाम घोषित किया गया था जो अभी भी फरार चल रहा है.
दरअसल, अशोकनगर जिले के एसपी रघुवंश भदोरिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि बहादुरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम कलुआ चक में बबूल के पेड़ को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष हुआ था. जिसमें एक आदिवासी परिवार के खुमान सिंह को गंभीर चोटें आई थीं. जिन्हें इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया था, लेकिन उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी. जिसके बाद आरोपी गिर्राज यादव सहित उनके साथियों पर 302 के तहत मामला दर्ज किया गया था.
उन्होंने बताया कि जिसके बाद बहादुरपुर थाने सहित जिले की पुलिस ने कोलुआ रोड निवासी गिरिराज यादव के घर पर दबिश दी. लेकिन तब तक आरोपी फरार हो चुका था. जिसके बाद आरोपी पर तीस हजार का इनाम घोषित किया गया. लेकिन अभी भी गिरिराज यादव फरार है. एसपी ने बताया कि उसके साथी पांच आरोपियों को ग्राम दोहडिया सेमरी के जंगल से गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के घर से तलाशी के दौरान फॉर्च्यूनर गाड़ी, एक देसी पिस्टल, पांच जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि आरोपियों की संपत्ति को भी कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी.
हाईप्रोफाइल मामला
आरोपी गिरिराज यादव पर पूर्व में करीब 31 मामले दर्ज हैं. इसकी अपराधिक गतिविधियां होने के चलते इसे दो बार जिला बदर भी किया जा चुका है. जानकारी के मुताबिक गिरिराज यादव के कई दिग्गज नेताओं के साथ नजदीकी संबंध हैं. इतना ही नहीं गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र के सांसद केपी यादव पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में दर्ज एफआईआर में गिरिराज यादव की महत्वपूर्ण भूमिका बताई जा रही है. बड़े नेताओं के संबंध के चलते इस मामले को हाईप्रोफाइल मामले के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि गिरिराज यादव की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है.