ETV Bharat / state

किसान मांग रहे पतले दाने की खाद, अधिकारी थमा रहे कुछ और - ashoknagar news

अशोकनगर में किसानों ने पतले दाने की खाद की मांग करते हुए गोदाम के बाहर सड़क पर चक्काजाम किया. जिसके बाद मौके पर तहसीलदार ने पहुंचकर समझाइश देकर मामला शांत करवाया.

किसानों ने किया चक्काजाम
author img

By

Published : Nov 21, 2019, 4:29 PM IST

अशोकनगर। प्रदेश भर में जहां खाद की कमी होने के कारण चक्का जाम जैसी स्थितियां बन रही हैं. वही अशोकनगर में पर्याप्त खाद होने के बावजूद भी किसानों को विदिशा रोड पर चक्का जाम करना पड़ा. यहां खाद की कमी का नहीं बल्कि खाद की अलग-अलग क्वालिटी के मामले में किसानों को चक्का जाम करना पड़ा. जिसके बाद तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाइश देकर जाम खुलवाया.

मोटे दाने के खाद से होती है परेशानी
किसानों ने बताया कि खेतों में पानी देने के समय खाद फेंकना पड़ता है. जिसके लिए वो विपणन केंद्र पर सुबह से ही लाइन में लगे हैं. लेकिन उन्हें पतले दाने के खाद के साथ ही मोटे दाने का खाद थमाया जा रहा है. पतले दाने का खाद खेतों में आसानी से घुल जाता है. लेकिन मोटे दाने का खाद खेतों में नहीं घुलता है. जिसके कारण किसानों नें पतले खाद की मांग को लेकर जाम किया.

अधिकारियों के अपने दावे
विपणन केंद्र अधिकारी शिवसागर तिवारी ने बताया कि उनके पास एनएफएल यानी पतले दाने वाला खाद, इप्पो यानी मोटे दाने वाला खाद दोनों पर्याप्त मात्रा में हैं. अगर किसानों को केवल पतले दानेवाला खाद दिया जाएगा. तो मोटे दाने का स्टॉक बचेगा. जिसे बाद में किसान नहीं लेंगे. जिसके कारण हम दोनों ही तरह के खाद को बराबर बराबर मात्रा में किसानों को बांट रहे हैं.

अशोकनगर। प्रदेश भर में जहां खाद की कमी होने के कारण चक्का जाम जैसी स्थितियां बन रही हैं. वही अशोकनगर में पर्याप्त खाद होने के बावजूद भी किसानों को विदिशा रोड पर चक्का जाम करना पड़ा. यहां खाद की कमी का नहीं बल्कि खाद की अलग-अलग क्वालिटी के मामले में किसानों को चक्का जाम करना पड़ा. जिसके बाद तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाइश देकर जाम खुलवाया.

मोटे दाने के खाद से होती है परेशानी
किसानों ने बताया कि खेतों में पानी देने के समय खाद फेंकना पड़ता है. जिसके लिए वो विपणन केंद्र पर सुबह से ही लाइन में लगे हैं. लेकिन उन्हें पतले दाने के खाद के साथ ही मोटे दाने का खाद थमाया जा रहा है. पतले दाने का खाद खेतों में आसानी से घुल जाता है. लेकिन मोटे दाने का खाद खेतों में नहीं घुलता है. जिसके कारण किसानों नें पतले खाद की मांग को लेकर जाम किया.

अधिकारियों के अपने दावे
विपणन केंद्र अधिकारी शिवसागर तिवारी ने बताया कि उनके पास एनएफएल यानी पतले दाने वाला खाद, इप्पो यानी मोटे दाने वाला खाद दोनों पर्याप्त मात्रा में हैं. अगर किसानों को केवल पतले दानेवाला खाद दिया जाएगा. तो मोटे दाने का स्टॉक बचेगा. जिसे बाद में किसान नहीं लेंगे. जिसके कारण हम दोनों ही तरह के खाद को बराबर बराबर मात्रा में किसानों को बांट रहे हैं.

Intro:अशोकनगर. प्रदेश भर में जहां खाद की कमी होने के कारण चक्का जाम जैसी कई स्थितियां निर्मित हो रही हैं. वही अशोकनगर में पर्याप्त खाद होने के बावजूद भी किसानों को विदिशा रोड पर चक्का जाम करना पड़ा. यहां खाद की कमी का नहीं बल्कि खाद की अलग-अलग क्वालिटी का मामले में किसानों को चक्का जाम करना पड़ा. चक्का जाम होने की कुछ देर बाद ही तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाइश देकर जाम खुलवाया.


Body:अशोकनगर खाद्य विपणन केंद्र विदिशा रोड पर किसानों ने चक्का जाम कर दिया. लगभग 15 मिनट तक किसानों द्वारा लोगों के वाहनों का आवागमन रोका गया. लेकिन कुछ ही देर में तहसीलदार इसरार खान ने किसानों को समझाइश देकर जाम को खुलवाया.
किसानों ने बताया कि हमें खेतों में पानी देने के समय खाद फेंकना पड़ती है. जिसके लिए हम विपणन केंद्र पर सुबह से ही लाइन में लगे हैं.लेकिन हमें पतले दाने का खाद तो दिया जा रहा है, लेकिन इसी के साथ मोटे दाने का खाद भी थमाया जा रहा है. किसानों ने बताया कि पतले दाने का खाद खेतों में आसानी से घुल जाता है. लेकिन मोटे दाने का खाद खेतों में नहीं घुलता है. जबकि कृषि विभाग के अधिकारी हमें 5 बोरी पतला दाने वाला खाद और पांच बोरी मोटे दाना बाला खाद दे रहे हैं.जिसके कारण हमारे द्वारा जाम लगाया गया था.
विपणन केंद्र अधिकारी शिवसागर तिवारी ने बताया कि हमने लगभग 9000 टन की डिमांड की थी, जिसमें से 2000 टन का स्टॉक हमारे पास है. जबकि 1500 टन खाद का वितरण कर चुके हैं.7000 टन की डिमांड अभी भी बाकी है. हमारे पास एनएफएल यानी पतले जाने वाला खाद, इप्पो यानी मोटे दाने वाला खान पर्याप्त मात्रा में है. यदि किसानों को केवल पतले दानेवाला खाद दिया जाएगा तो हमारे पास मोटे दाने का स्टॉक बचेगा.जिसे बाद में किसान नहीं लेंगे. जिसके कारण हम दोनों ही तरह के खाद को बराबर बराबर मात्रा में किसानों को बांट रहे हैं.


Conclusion:हालांकि इस पूरे मामले को शांत करने के लिए तहसीलदार इसरार खान ने कृषि विभाग एवं खाद्य विपणन केंद्र के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. कि अभी स्टॉक में जितना भी पतले जाने वाला एनएफएल का खाद रखा हुआ है.उसे किसानों में वितरित किए जाए ताकि चक्का जाम जैसी स्थिति निर्मित ना हो.
वाइट-इसरार खान, तहसीलदार
बाइट-संग्राम सिंह, किसान
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.