अशोकनगर। देश भर में जहां कोरोना संक्रमण की वजह से हाहाकार मचा हुआ है, तो वहीं जिला अस्पताल में पीड़ित मरीजों को इलाज के लिए भर्ती नहीं किया जा रहा है. सिविल सर्जन द्वारा अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं होने का हवाला देते हुए मरीजों को वापस लौटाया जा रहा है.
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते कई निजी अस्पतालों में डॉक्टर्स ने मरीजों को देखना बंद कर दिया है. ऐसे में सिविल सर्जन जसराम त्रिवेदिया ने जिला अस्पताल परिसर में एक बड़ा बैनर लगवा दिया है, जिसमें लिखा है कि अस्पताल परिसर में पूरे पलंग भर चुके हैं. इसलिए नवीन मरीजों की भर्ती बंद की जा रही है. इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर सिविल सर्जन की निंदा की जा रही है.
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निजी क्लीनिक पर डॉक्टर नहीं कर रहे मरीजों का इलाज
लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते अब निजी क्लीनिक के डॉक्टरों ने मरीजों को देखना बंद कर दिया है, जिसके कारण मरीजों को जिला अस्पताल जाना पड़ रहा है. लिहाजा अस्पताल पर दबाव ज्यादा बन गया है.
सोशल मीडिया पर बैनर का फोटो
इस बैनर का फोटो जैसे ही सोशल मीडिया पर अपलोड हुआ. इसके बाद लगातार राजनीतिक सरगर्मियां शुरू हो गई. आनन-फानन में प्रशासनिक और राजनीतिक दबाव के चलते सिविल सर्जन जसराम त्रिवेदिया ने इस बैनर को तत्काल हटाने के निर्देश दिए.
अधिक मरीज पहुंचे, इसलिए लगाया बैनर
सिविल सर्जन जसराम त्रिवेदिया ने बताया कि सुबह के समय अधिक संख्या में मरीज जिला अस्पताल पहुंचे थे. जिला अस्पताल में सभी बेड फुल थे, जिसके कारण व्यवस्थाएं फेल होती दिख रही थी. बैनर लगाकर लोगों से सहयोग की अपील की गई थी. हालांकि बाद में बैनर को हटवा दिया गया.